ऐसा लग रहा है कि नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) भारत का विरोध करने के लिए हर हथियार का प्रयोग करने पर आमादा है. पहले विवादित नक्शा संसद में पारित करा प्रखर राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाया, तो फिर असली-नकली अयोध्या जैसा संवेदनशील धार्मिक विवाद को जन्म दिया. अब इसी कड़ी में और आगे बढ़ते हुए उन्होंने नेपाल के माडी में भगवान राम (Bhagwan Ram) का जन्मस्थान बताते हुए राम मंदिर निर्माण का फैसला किया है. उन्होंने इसके लिए स्थानीय प्रतिनिधियों को प्लान तैयार करने को कहा है.
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दो घंटे की बैठक में लिया फैसला
इससे पहले चीन की गोद में खेल रहे नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अयोध्या के बजाय नेपाल में राम जन्मस्थली होने का दावा किया था. नेपाल की सरकारी समाचार एजेंसी राष्ट्रीय समाचार समिति के मुताबिक अब प्रधानमंत्री ओली ने फोन करके ठोरी और माडी के स्थानीय जनप्रतिनिधियों को काठमांडू बुलाकर भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं. इस बाबत उन्होंने लगभग दो घंटे बैठक की.
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माडी का नाम बदलकर अयोध्यापुरी किया
यही नहीं, प्रधानमंत्री ने ठोरी के पास स्थित माडी नगरपालिका का नाम बदलकर अयोध्यापुरी रखने को कहा है. साथ ही वहां के आस-पास के स्थानों का अधिग्रहण कर अयोध्या के रूप में विकसित करने, राम के जन्मस्थान पर भव्य राम मंदिर का निर्माण और राम-सीता और लक्ष्मण की बड़ी प्रतिमा स्थापित करने को कहा है. राष्ट्रीय समाचार समिति के मुताबिक प्रधानमंत्री ओली ने इस दशहरे में रामनवमी के अवसर पर भूमि पूजन करते हुए मंदिर निर्माण का काम शुरू करने और दो साल के बाद फिर से रामनवमी पर मूर्ति का अनावरण करने के हिसाब से काम को आगे बढ़ाने की बात कही है.
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राम मंदिर के लिए सरकारी धन भी
मंदिर निर्माण के लिए नेपाल सरकार की तरफ से आर्थिक सहयोग करने का आश्वासन भी दिया गया है. प्रधानमंत्री ओली ने कहा है कि अयोध्यापुरी के साथ ही रामायण से जुड़े आसपास के क्षेत्रों को भी विकसित किया जाएगा. उन्होंने माडी के पास रहे वाल्मिकी आश्रम, सीता के वनवास के दौरान रहे जंगल, लवकुश का जन्मस्थान आदि क्षेत्रों को भी विकसित करने को कहा है.