भारत के खिलाफ लगातार विवादित बयान देने वाले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भविष्य पर आज फैसला हो सकता है. आज नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की 45 सदस्यीय स्थायी समिति की बैठक होने जा रही है. इस समिति में ओली विरोधी पुष्प कमल दहल का बहुमत है. सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच विवाद लगातार बढ़ने के बाद अब पार्टी के सेंट्रल कमिटी तक पहुंच सकता है.
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बातचीत में नहीं निकला हल
ओली और प्रचंड के बीच गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल की मौजूदगी में बातचीत हुई. माधव कुमार नेपाल भी दोनों के बीच मतभेदों को कम करने में सफल नहीं हुए. नेपाल की मीडिया के मुताबिक तीनों नेताओं ने सभी विवादित मुद्दों पर चर्चा की. अब बताया जा रहा है कि फैसले को सेंट्रल कमेटी के ऊपर छोड़ा जा सकता है. सेंट्रल कमिटी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है जिसके 45 सदस्य हैं. गौरतलब है कि पिछले कुछ हफ्तों में कम से कम आठ दौर की वार्ता होने के बाद भी सत्ता साझेदारी पर पहुंचने में ओली और प्रचंड नाकाम रहे हैं. शुक्रवार को होने वाली स्थायी समिति की बैठक में 68 वर्षीय प्रधानमंत्री के राजनीतिक भविष्य पर निर्णय होने की संभावना है.
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सेंट्रल कमेटी में प्रचंड का बहुमत
जानकारी के मुताबिक दहल और माधव कुमार नेपाल के धड़े को उम्मीद है कि सेंट्रल कमिटी में उनके पक्ष में फैसला होगा. इस कमेटी में बहुमत प्रचंड के पास है. सेंट्रल कमिटी में केवल 30 प्रतिशत सदस्य ही ओली के पक्ष में हैं. सत्तारूढ़ पार्टी की 45 सदस्यीय स्थायी समिति की एक अहम बैठक की पूर्व संध्या पर पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं के बीच यह बातचीत हुई.
Source : News Nation Bureau