भारत भ्रमण पर रहे नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने यूएन सेक्युरिटी काउंसिल के स्थाई सदस्यता पर भारत को समर्थन दिए जाने की घोषणा से चीन बौखला गया है. नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली के द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN security Council) के स्थाई सदस्यता के लिए समर्थन दिए जाने की खबर मीडिया में आई, उसी शाम को चाइनीज एम्बेसडर ने नेपाल की राष्ट्रपति से मिलकर नेपाल के इस निर्णय पर ऐतराज जताया.
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राष्ट्रपति भवन के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, नेपाल में चाइनीज एम्बेसडर होऊ यांकी ने उसी दिन शाम को करीब 6 बजे वह राष्ट्रपति भवन शीतल निवास पहुंचकर नेपाल के इस निर्णय पर ना सिर्फ आश्चर्य व्यक्त किया, बल्कि इस पर अपनी नाराजगी भी जताई. नेपाली सेना के इटेलिजेंस विभाग के एक अधिकारी ने बताया था शाम 6 बजे राष्ट्रपति से मिलने चाइनीज एम्बेसडर काफी समय बाद ही वहां से बाहर निकली थी.
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बता दें कि नेपाल के राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा की जिम्मेवारी नेपाली सेना के पास है. राष्ट्रपति भवन में कार्यरत एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि चाइनीज राजदूत यांकी ने बिना नेपाल के विदेश मंत्रालय की जानकारी के ही राष्ट्रपति से मिलने पहुंच गई और उनके सामने नेपाल के द्वारा भारत को इस तरह से समर्थन की घोषणा किए जाने पर पर कड़ा ऐतराज जताया.
Source : News Nation Bureau