पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मेडिकल रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. सरकार का कहना है कि यह रिपोर्ट लंदन के उनके जनरल फिजिशयन ने नहीं, बल्कि एक निजी डॉक्टर ने तैयार की है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की जानकारी के अनुसार मेडिकल रिपोर्ट में शरीफ की ब्लड प्लेटलेट्स काउंट से संबंधित इलाज का विवरण नहीं है. सात साल की जेल की सजा पा चुके पूर्व प्रधानमंत्री की जमानत मंजूर किए जाने के बाद उन्हें उनके प्लेटलेट काउंट्स में लगातार गिरावट होने के कारण इलाज के लिए विदेश जाने की भी अनुमति दी गई थी.
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नियमों का किया गया उल्लंघन
सूत्रों का दावा है कि शरीफ ने उस डॉक्टर द्वारा तैयार की गई मेडिकल रिपोर्ट भेजी है, जिससे उन्होंने लंदन में अपना चेकअप भी नहीं कराया था. ब्रिटेन में नियमों के अनुसार एक मरीज जिस डॉक्टर से नियमित तौर पर अपना इलाज करवाता है, मरीज के चेकअप का पूरा विवरण भी वही डॉक्टर जारी कर सकता है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार नियमों के तहत विवरण की एक प्रति डॉक्टर अपने पास रखता है और दूसरी प्रति मरीज को दी जाती है, जबकि तीसरी कॉपी अस्पताल के पास रिकॉर्ड के तौर पर मौजूद रहती है.
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एंजियोप्लास्टी करने के निर्देश
रिपोर्ट के अनुसार शरीफ को प्लेटलेट कमी और (आईटीपी) बीमारी के कारण चार कार्डियाक चेकअप से गुजरना पड़ा, वहीं एक कार्डियोलॉजिस्ट ने कुछ और टेस्ट कराने के लिए कहा है. कार्डियोलॉजिस्ट (हृदय संबंधी डॉक्टर) साइमन ब्रेट वुड द्वारा लंदन के गायज हॉस्पिटल में शरीफ के तीन चेकअप करने के बाद उन्हें एंजियोप्लास्टी करने का निर्देश दिया था. सूत्रों ने हालांकि दावा किया है कि वुड ने कोई भी रिपोर्ट जमा नहीं कराई है.
HIGHLIGHTS
- निजी डॉक्टर से तैयार रिपोर्ट नियमों के अनुसार मान्य नहीं.
- इलाज के लिए विदेश जाने की दी गई थी शरीफ को अनुमति.
- जिससे चेकअप भी नहीं कराया, उससे तैयार करा दी रिपोर्ट.