वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो राष्ट्रपति चुनाव जीत गए हैं। इसके साथ ही वे दोबारा छह साल के लिए वेनेजुएला के राष्ट्रपति बन गए हैं। हालांकि, चुनाव में मतदान प्रतिशत बेहद कम रहा। विपक्ष ने चुनाव का बहिष्कार किया था और चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं।
बीबीसी ने राष्ट्रीय चुनाव परिषद की प्रमुख तिबिसे ल्यूसीना के हवाले से बताया कि रविवार को हुई लगभग 90 फीसदी मतगणना में मदुरो (55) को 58 लाख वोट (67.7 फीसदी) मिल चुके थे। जबकि प्रमुख विपक्षी उम्मीदवार हेनरी फाल्कन को 18 लाख वोट (21.2 फीसदी) हासिल हुए।
फाल्कन ने मतगणना के तुरंत बाद इसे नकारते हुए कहा, 'हम इस चुनाव प्रक्रिया को वैध नहीं मानते। हम वेनेजुएला में नए सिरे से चुनाव कराना चाहते हैं।'
इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि इस बार चुनाव में काफी कम (करीब 46 प्रतिशत) मतदान हुआ।
फाल्कन ने इससे पहले मदुरो के पक्ष में वोट के लिए खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने वाले सरकारी कार्ड का दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाया था।
प्रशासन ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष रही लेकिन ज्यादातर विपक्षियों ने चुनाव का बहिष्कार किया था।
ये चुनाव दिसंबर 2018 में होने थे लेकिन राष्ट्रीय संविधान सभा ने ये चुनाव पहले ही करा दिए, जिसके अधिकांश सदस्य मदुरो के समर्थक हैं।
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Source : IANS