Nobel Prize 2023: नॉर्वेजियन राइटर जॉन फॉसे को इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2023 के लिए चुना गया है. जॉन को यह पुरस्कार उनके नाटकों और गद्द के लिए दिया गया है. आपको बता दें कि जॉन फॉसे ने इस साल उपन्यासों को ऐसी शैली में लिखा है, जिसको फॉसे मिनिमलिज्म पुकारा जाता है. साहित्य पुरस्कार विजेता जॉन फॉसे की इस लेखन शैली को उनके दूसरे उपन्यास स्टेंग्ड गिटार ( 1985 ) में देखा जा सकता है.
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जॉन फॉसे उपन्यास लेखक के साथ एक कवि भी हैं
गौरतलब है कि जॉन फॉसे उपन्यास लेखक के साथ एक कवि भी हैं. साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेता जॉन फॉसे अपने अक बयान में कहा कि यह सम्मान पाकर मैं अभिभूत हूं और थोड़ा सा डरा हुआ भी हूं. उन्होंने कहा कि मैं इस सम्मान को साहित्य के लिए पुरस्कार के तौर पर लेता हूं, जिसका सबसे अहम उद्देश्य असल शब्दों में भी साहित्य ही है. आपको बता दें कि पिछला यानी साल 2022 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रेंच लेखिका एनी अर्नों को मिला था. एनी एक फ्रांसीसी राइटर और लिटरेचर में प्रोफेसर हैं.
एनी का साहित्य कार्य समाजशास्त्र पर तो आधारित है ही, आत्मकथात्मक भी है. एनी 1 सितंबर 1940 को जन्मी थी.
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12 से ज्यादा नाटकों के अलावा उपन्यास और निबंध लिखे
जॉन फॉसे के साहित्यक कार्यों की बात करें तो अपने 40 साल के साहित्य कार्यकाल में उन्होंने 12 से ज्यादा नाटकों के अलावा उपन्यास और निबंध लिखे. फॉसे ने कविता संग्रह और बच्चों के लिए भी कई किताबे लिखीं. फॉसे की किताबों का प्रकाशन करने वाले पब्लिशर ने बताया कि साहित्य में नोबेल पुरस्कार विनर फॉसे द्वारा साहित्य के क्षेत्र में किए गए कामों का 40 से ज्यादा भाषाओं में अनुवाद भी किया गया है. इसके साथ ही नाटकों की 1,000 से ज्यादा विभिन्न प्रस्तुतियाँ भी हुई हैं.
Source : News Nation Bureau