उत्तर कोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर ताइवान के समर्थन करने को लेकर चीन के साथ सैन्य तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है. उत्तर कोरिया ने कहा कि इस क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों की उपस्थिति से उत्तरी क्षेत्र लिए एक बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है. उत्तर कोरिया के उप विदेश मंत्री पाक मायोंग हो ने ताइवान जलडमरूमध्य के माध्यम से युद्धपोत भेजने और ताइवान को उन्नत हथियार प्रणाली और सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की आलोचना की है. उत्तर कोरिया ने कहा है कि ताइवान के मुद्दों पर संयुक्त राज्य अमेरिका का हस्तक्षेप पूरी तरह अविवेकपूर्ण है.
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उत्तर कोरिया ताइवान पर अमेरिकी हस्तक्षेप को आंतरिक मामलों में दखलंदाजी बता रहा है और कहा है कि इससे कोरियाई प्रायद्वीप पर भी असर पड़ेगा. उत्तर कोरिया के पाक म्योंग हो का यह बयान राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा उस संदर्भ में दिया है जब एक दिन उन्होंने कहा था कि ताइवान पर यदि चीन हमला करता है अमेरिका इस मामले में हस्तक्षेप करेगा. गौरतलब है कि वर्ष 1949 में गृहयुद्ध के बीच चीन और ताइवान अलग हो गए थे. हालांकि ताइवान बीजिंग के साथ औपचारिक राजनयिक संबंध बनाए रखा. गौरतलब है कि पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया को परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों को उपलब्ध कराने के बिडेन प्रशासन के फैसले के बाद उत्तर कोरिया ने स्पष्ट रूप से धमकी दी थी.
HIGHLIGHTS
- अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर उत्तर कोरिया ने आलोचना की
- कहा, पूरे इलाके में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति से बड़ा खतरा उत्पन्न
- ताइवान के मुद्दों पर संयुक्त राज्य अमेरिका का हस्तक्षेप पूरी तरह अविवेकपूर्ण