उत्तर कोरिया की माने तो वो जल्द ही अपने सभी परमाणु परीक्षण स्थलों को नष्ट कर देगा। इतना हीं नहीं पारदर्शिता रखने के लिए मीडिया को भी इसके कवरेज की इजाज़त दी जाएगी।
इस बारे में नॉर्थ कोरिया की आधिकारिक स्टेट मीडिया एजेंसी KCNA (कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी) ने ज़्यादा जानकारी देते हुए कहा, 'परमाणु साइटों को बंद करने के कार्यक्रम के लिए 23 मई और 25 मई के बीच का समय तय किया गया है।'
हालांकि उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि मौसम अगर अनुकूल नहीं हुआ तो कार्यक्रम में बदलाव भी किया जा सकता है।
नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्रालय के मुताबिक न्यूक्लियर टेस्ट वाले टनल उड़ाए जाएंगे और उनमें प्रवेश भी बाधित हो जाएगा।
मंत्रालय के मुताबिक न्यूक्यिलयर साइट्स को बंद करने की प्रक्रिया के तहत वहां मौजूद सारी ऑब्जर्वेशन सुविधाएं, रिसर्च इंस्टिट्यूट्स को गार्ड्स व रिसर्चर समेत हटाया जाएगा।
इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि कि उन्होंने न्यूक्लियर टेस्ट साइट नष्ट करने के दौरान चीन, रूस, अमेरिका, ब्रिटेन और दक्षिण कोरिया के पत्रकारों को मौके पर जाने की इजाजत देगा।
बयान में कहा गया है कि न्यूक्लियर टेस्ट साइट सुदूर पहाड़ी क्षेत्र में निर्जन जगह पर है, इसलिए वहां जाने वाले विदेशी पत्रकारों की संख्या कम होगी।
बता दें कि किम और ट्रंप के बीच कुछ हफ्तों पहले तक जुबानी जंग छिड़ी हुई थी और दोनों एक दूसरे पर अपमानजनक टिप्पणी कर रहे थे और परमाणु हमले की धमकी दे रहे थे। उत्तर कोरिया के तानाशाह ने पिछले महीने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन से कोरिया में मुलाकात की और परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में बढ़ने की प्रतिबद्धता जताई।
इतना ही नहीं किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच मुलाक़ात भी होने वाली है।
किम जोंग उन अब सिंगापुर में 12 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शुक्रवार को वादा किया था कि अगर उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद करने पर समहत होता है तो अमेरिका प्रतिबंधों से बेहाल उसकी अर्थव्यवस्था को नए सिरे से आगे बढ़ाने का काम करेगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो हाल ही में उत्तर कोरिया की यात्रा से लौटे हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर कोरियाई नेता के साथ उनकी बातचीत अच्छी रही है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में पोम्पियो ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विश्व ने सिंगापुर में दोनों नेताओं के बीच होने वाली बैठक से सफल नतीजे हासिल करने के लिए 'शर्तें' तैयार की हैं।
किम के व्यक्तित्व के बारे में पूछे जाने पर पोम्पियो ने कहा , 'आप किम से मुलाकात के बारे में पूछें। यह प्रश्न थोड़ा अमर्यादित है। ‘वह विवेकशील हैं?' हां हमारे बीच अच्छी बातचीत हुई, ठोस बातचीत, ऐसी बातचीत जिसमें जटिल समस्याओं पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि अमेरिका यह सुनिश्चित करना चारहता है कि उसके प्रयास रंग लाए और परिणाम यह हो कि उत्तर कोरिया किसी के लिए खतरा नहीं बने।
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Source : News Nation Bureau