चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को चीन के चेंगदू स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को बंद करने के आदेश दिए. अमेरिका द्वारा ह्यूस्टन में चीनी काउंसलेट को बंद करने का आदेश देने के बाद चीन की ओर से उठाए इस कदम को प्रतिशोध के तौर पर देखा जा रहा है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एक बयान में मंत्रालय ने महावाणिज्य दूत की ओर से चलाए सभी कामकाज और कार्यक्रमों पर रोक लागने के बारे में कुछ विशिष्ट आवश्यकताएं भी बताई हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने मंगलवार को ह्यूस्टन में चीन के मिशन को यह कहते हुए बंद करने का आदेश दिया था कि यह बौद्धिक संपदा चोरी करने में शामिल है. इसके बाद चीन ने जवाब में शुक्रवार को यह कदम उठाया. मंत्रालय के बयान में कहा गया, 'अमेरिका के कदम ने गंभीर रूप से अंतर्राष्ट्रीय कानून, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के मूल मानदंडों और चीन-अमेरिका की कांसुलर कन्वेंशन की शर्तों का उल्लंघन किया है. इसने चीन-अमेरिका संबंधों को गंभीर तौर पर नुकसान पहुंचाया है.'
बयान में चीन के फैसले को 'अमेरिका द्वारा किए गए अनुचित कृत्य के लिए एक वैध और आवश्यक प्रतिक्रिया' के रूप में उचित ठहराया गया है. इसमें कहा गया है, 'चीन-अमेरिका संबंधों में मौजूदा स्थिति वह नहीं है जो चीन देखना चाहता है और इन सब के लिए अमेरिका जिम्मेदार है.' बयान में आगे कहा गया कि हम एक बार फिर अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह अपने गलत फैसले को तुरंत वापस ले और द्विपक्षीय संबंधों को पटरी पर लाने के लिए आवश्यक माहौल बनाए.
Source : IANS