भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant Cases) के केस तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. अकेले भारत में ही अब तक ओमिक्रॉन (Omicron cases in India) के 161 केस सामने आ चुके हैं. इसके साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन (Delhi Omicron Cases) के कुल 32 केस देखने को मिले हैं. इसके साथ ही दुनिया के अन्य देशों में कोरोना के नए वेरिएंट के केस तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूरोप के देश डेनमार्क में भी ओमिक्रॉन के मामलों में भारी वृद्धि देखने को मिली है. यहां इस वेरिएंट के मामले दोगुने हो गए हैं.
यह खबर भी पढ़ें- लड़कियों के लिए बस मां की कोख ही सुरक्षित...भावुक कर देगा बच्ची का सुसाइड नोट
डेनमार्क में तेजी के साथ बढ़ रहे ओमिक्रॉन के केसों को देखते हुए स्टेट सीरम इंस्टीट्यूट ने चेतावनी जारी की है. वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन के नए मामले तो केवल शुरुआत भर हैं. इंस्टीट्यूट के महामारी रोग वैज्ञानिक टायरा ग्रोव कूस ने जानकारी देते हुए बताया कि ओमिक्रॉन के लिहाज से अगला महीना काफी खतरनाक साबित होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना के इस वैरिएंट से जुड़ी ज्यादा जानकारी भी हासिल नहीं हो पाएगी. आशंका तो यहां तक जताई गई है कि डेनमार्क के हॉस्पिटलों में मरीजों की संख्या बढ़ेगी और स्वास्थ्य सुविधाओं पर मरीजों को बोझ पड़ेगा.
यह खबर भी पढ़ें- शहीद की बहन की शादी में पहुंचे CRPF के जवान, भाई का ऐसा निभाया फर्ज निकल पड़े सबके आंसू
वैज्ञानिक टायरा ग्रोव कूस ने डेनमार्क में ओमिक्रॉन से जुड़े एक डाटा का हवाला देते हुए बताया कि कोरोना वैक्सीन का इस पर कोई असर नहीं होगा फिर चाहे किसी ने दोनों डोज क्यों न लगवाई हो? हां ये बात जरूर है कि जिन लोगों ने कोरोना की दोनों खुराक ले ली हैं, उनको कोरोना होने का खतरा काफी कम होगा. आपको बता दें कि दुनिया में ओमिक्रॉन का सबसे पहला मामला 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में देखने को मिला था. जबकि 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न की लिस्ट में डाल दिया था.
Source : News Nation Bureau