कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ऑमिक्रॉन ( Coronavirus Omicron Variant ) से पूरी दुनिया सहम गई है. दक्षिण अफ्रीका (South Africa ) से निकला यह वायरस धीरे-धीरे 17 देशों में अपने पांव पसार चुका है. कोरोना का यह नया वेरिएंट डेल्टा ( Corona Delta Plus variant ) से भी खतरनाक बताया जा रहा है. यही वजह है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसको लेकर चिंता जताई है. वहीं, दक्षिण अफ्रीका के संचारी रोग संस्थान के निदेशक ने कहा है कि डेल्टा स्ट्रेन की तुलना में ऑमिक्रॉन वेरिएंट अधिक जोखिमभरा साबित हो सकता है. यह वेरिएंट 24 नवंबर को पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था, जिसके बाद 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ऑमिक्रॉन वेरिएंट को “वेरिएंट ऑफ कंसर्न” बताया था.
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जानकारी के अनुसार कोरोना का नया स्ट्रेन वैक्सीन लेने वाले लोगों को भी अपना शिकार बना सकता है. जिसकी वजह से दुनिया भर में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ सकती है. इसके साथ ही कई देशों ने अपनी सीमाएं सील कर ली हैं और कइयों ने दक्षिण अफ्रीका से यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं. देश के एनआईसीडी के कार्यकारी निदेशक एड्रियन प्योरन की मानें तो "हमने यह कभी नहीं सोचा था कि ओमिक्रॉन डेल्टा को पीछे छोड़ देगा. वायरोलॉजी विशेषज्ञ ने आगे कहा कि वैज्ञानिक चार सप्ताह में इस बात का पता लगा लेंगे कि ओमिक्रॉन वैक्सीनेटेट लोगों को कितना प्रभावित करता है.
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वहीं, हांगकांग ने इस वेरिएंट को डिकोड कर लिया है. हांगकांग के वैज्ञानिकों ने रिसर्च के दौरान पता लगा लिया है कि ओमिक्रॉन पर वैक्सीन का प्रभाव पड़ेगा या नहीं? इस तरह से हांगकांग विश्वविद्यालय (HKU) के वैज्ञानिक नमूनों से नए Omicron कोरोना वायरस वेरिएंट को अलग करने में सफल होने वाले एशिया में पहले बन गए हैं.
Source : News Nation Bureau