Opposition threat on OIC meeting : अपनी सरकार के खिलाफ चल रहे अविश्वास प्रस्ताव के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. पाकिस्तान में विपक्षी दलों द्वारा इमरान खान सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बीच सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf) पार्टी के करीब दो दर्जन सांसदों ने बगावती तेवर अपनाए हुए हैं. इस बीच इमरान खान को विपक्ष की ओर से सरेआम धमकी दी है. विपक्ष ने इमरान सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि अविश्वास प्रस्ताव में देरी हुई तो वह देश में होने वाले OIC की बैठक को किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे.
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पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बिलावल भुट्टो जरदारी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के शहबाज शरीफ, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के फजलुर रहमान और अन्य नेताओं ने इस्लामाबाद में विपक्षी दलों की अहम बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पाकिस्तान के विपक्षी नेता अब इमरान सरकार को घेरने के लिए अपने तेवर कड़े कर लिए हैं. विपक्ष ने नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं करने पर निचले सदन में बैठने और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के शिखर सम्मेलन को रोकने को धमकी दी है. यदि इस बीच विपक्ष धरने पर बैठ जाता है तो उसी दिन होने वाले इस्लामिक सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में बाधा पड़ना तय है.
विपक्ष ने सदन में धरना देने की चेतावनी दी
पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ और पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने शनिवार को इस्लामाबाद में 22-23 मार्च को होने वाले इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सम्मेलन को रोकने की धमकी दी है. विपक्ष ने साफ कहा है कि यदि प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में देरी हुई तो वह किसी भी हाल ओआईसी की बैठक नहीं होने देंगे. इस्लामाबाद में शहबाज के आवास पर विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने कहा, हम चाहते हैं कि सोमवार का सत्र अविश्वास प्रस्ताव के साथ शुरू हो, लेकिन अगर इसे सोमवार तक नहीं बुलाया जाता है तो हम सदन में धरना देंगे. फिर हम देखेंगे कि आप ओआईसी सम्मेलन का आयोजन कैसे कर पाएंगे.
भुट्टो ने कहा-स्पीकर को बदलना होगा अलोकतांत्रिक व्यवहार
भुट्टो ने एनए अध्यक्ष असद कैसर से पीटीआई के कार्यकर्ता नहीं बनने का आग्रह किया और उन्हें पहले देश और ओआईसी सम्मेलन के बारे में सोचने के लिए कहा. उन्होंने कहा, अगर स्पीकर ने अपने अलोकतांत्रिक व्यवहार को नहीं बदला, तो मैं पूरे विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश करेंगे. हम चाहते हैं कि ओआईसी का विवाद सुचारू रूप से चले लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार ऐसा नहीं चाहती है. बिलावल ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष शांति से रहे क्योंकि उसने पहले संसद भवन पर हमला किया और फिर संघीय राजधानी में सिंध हाउस पर हमला किया.
HIGHLIGHTS
- विपक्ष ने ओआईसी के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन को रोकने की धमकी दी
- बिलावल भुट्टो, शहबाज शरीफ और फजलुर रहमान संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की
- नेशनल असेम्बली हॉल में 22-23 मार्च को ओआईसी कॉन्फ्रेंस होना है