मध्यावधि चुनावों में प्रतिनिधि सभा के लिए आठ भारतीय अमेरिकी दौड़ में हैं, जिनमें से चार डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य हैं, और तीन रिपब्लिकन और एक डेमोक्रेट समोसा कॉकस में शामिल होने के इच्छुक हैं. सभी चार प्रतिनिधि, जिन्होंने खुद को समोसा कॉकस उपनाम दिया था, उनके पूवार्नुमान के अनुसार, वह फिर से चुने जाएंगे. पांचवे डेमोक्रेट श्री थानेदार जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं, के जीतने की पूरी संभावना है.
तीन रिपब्लिकन उम्मीदवारों, रितेश टंडन, टेक्सास में संदीप श्रीवास्तव और कैलिफोर्निया में ऋषि कुमार को लेकर पूवार्नुमान में इनकी स्थिति ठीक नहीं है. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थक जेडी वेंस ओहायो सीनेट सीट से लड़ रहे हैं. यह सीट पहले डेमोक्रेट रॉब पोर्टमैन के पास थी. चुनावों के रियलक्लियर पॉलिटिक्स एग्रीगेशन ने उन्हें 3.3 प्रतिशत की बढ़त दी है. वेंस ने अपनी दोस्त येल लॉ स्कूल की स्नातक उषा चिलुकुरी से शादी की.
एक चुनावी डेटा विश्लेषण संगठन के अनुसार, मिशिगन के डेट्रॉइट में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मार्टेल बिविंग्स के खिलाफ थानेदार के जीतने का 99 प्रतिशत चांस है. गुरुवार की रात को समर्थकों से फंड की अपील में, उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन द्वारा लाखों डॉलर के समर्थन से मुझे अपनी सीट हारती हुई नजर आ रही है.
उनके निर्वाचन क्षेत्र के एक सर्वे ने उन्हें रिपब्लिकन क्रिस डार्गिस पर छह प्रतिशत की बढ़त दी है और पोलिटिको फोरकास्ट ने उनके जीतने की संभावना जताई है, जबकि फाइव थर्टीह ने उन्हें जीत को 98 प्रतिशत निश्चित बताया है. पोलिटिको फोरकास्ट ने कहा कि अन्य तीन भारतीय अमेरिकियों के निर्वाचन क्षेत्र ठोस डेमोक्रैटिक है.
कैलीफोर्निया में फाइव थटीर्हाइट ने टंडन पर खन्ना की जीत को 99 प्रतिशत बताया. एमी बेरा के कैलिफोर्निया में जीतने की संभावना 98 प्रतिशत और वाशिंगटन राज्य में प्रेमिला जयपाल की 99 प्रतिशत है.
इससे पहले, रिपब्लिकन प्राथमिक चुनावों में टेक्सस में अभिराम गरपति और मिशिगन में हिमा कोलानागिरेड्डी हार गए. डेमोक्रेटिक उम्मीदवार श्रिना कुरानी कैलिफोर्निया में ओपन प्राइमरी में हार गईं. दो डेमोक्रेट, जिन्होंने 2020 में काफी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन इस बार वे हार गए.
डेमोक्रेट के रूप में 2018 और 2020 में टेक्सस से सदन के लिए दौड़ने वाले श्री प्रेस्टन कुलकर्णी चुनाव से दूर हैं. एक पूर्व राजनयिक, वह अपना चुनाव सात प्रतिशत से भी कम मतों से हार गए थे. 2020 में एरिजोना में पांच फीसदी से कम हारने वाले हीरल टिपिरनेनी भी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.
Source : IANS