लंबे समय से भीषण महंगाई और बढ़ते विदेशी कर्ज की दोहरी मार झेल रहा पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गया है. पाकिस्तानी वित्त मंत्री असद उमर के मुताबिक पाकिस्तान का विदेशी कर्ज इतना बढ़ गया है कि देश दिवालिया होने के कगार पर आ गया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का विदेशी कर्ज इतनी खतरनाक ऊंचाई पर पहुंचा गया है कि देश कभी भी दिवालिया हो सकता है. उनका कहना है कि आप इतने भारी कर्ज के बोझ के साथ अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास बेल आउट के लिए जा रहे हैं. पाकिस्तान को पहले इस भारी अंतर को पाटना होगा, तभी इस मुसीबत से बच पाएंगे.
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वित्त मंत्री ने मौजूदा खराब हालात के लिए नवाज शरीफ की पीएमएल-एन (PML-N) सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि नवाज शरीफ के कार्यकाल में हालात ज्यादा बदतर थे. मौजूदा सरकार में हालात उतने बदतर नहीं हुए हैं. असद उमर ने कहा पीएमएल-एन (PML-N) के समय मंहगाई दहाई अंक में थी और हम शुक्रगुजार हैं कि महंगाई अपने पुराने स्तर को नहीं छू पाई है. वित्तमंत्री उमर ने कहा कि पूर्व की भांति मंहगाई अभी दहाई अंक नहीं छू पाई है.
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साथ ही उन्होंने मौजूदा सरकार को गरीबों की मददगार करार देते हुए कहा कि मौजूदा सरकार के पहले मंहगाई ने समाज के हर तबके साथ ही गरीबों के जीवन पर सबसे बुरा प्रभाव डाला. हालांकि उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में यह स्थिति अलग है और अभी गरीबों की तुलना में अमीरों पर महंगाई का असर काफी ज्यादा है. वित्तमंत्री असद उमर ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है, जिसकी वजह से देश में रोजगार भी घटा है.
Source : News Nation Bureau