पाकिस्तानी मूल के सांसद की तरफ से जम्मू-कश्मीर के कठुआ रेप मामले को ब्रिटिश संसद के ऊपरी सदन में उठाया। लेकिन उन्हें चुप करा दिया गया।
पाकिस्तानी मूल के सांसद पीर लॉर्ड्स अहमद ने हाउस ऑफ लॉर्ड्स में कठुआ रेप मामले को उठाते हुए मांग की कि ब्रिटेन इस मामले में हस्तक्षेप करे। सासंद पीर भारत के कड़े आलोचक हैं और किसी भी मौके पर वो भारत की आलोचना करने से नहीं चूकते हैं।
लेकिन पीर अहमद को चुप करा दिया गया। ब्रिटिश सरकार की तरफ से बैरोनेस स्टेमैन स्कॉट ने कहा कि भारत के पास एक मजबूत लोकतांत्रिक ढांचा है जो मानवाधिकार की रक्षा की गारंटी देता है।
उन्होंने कहा, 'लेकिन हम मानते हैं कि अपने आकार और विकास के कारण भारत के सामने संविधान में निहित मौलिक अधिकारों को लागू करने में कठिनाई पेश आती है।'
उन्होंने कहा, 'ये मामले (रेप और हत्या) गंभीर मसला है और हम पीड़ित परिवार वालों के प्रति संवेदन व्यक्त करते हैं। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) इस बात को लेकर स्पष्ट हैं कि न्याय मिलेगा।'
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Source : News Nation Bureau