पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने हाल ही में पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी), उमर अता बंडियाल से पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक पूर्ण अदालत आयोग गठित करने की मांग की थी जिसमें खान ने प्रधानमंत्री, आंतरिक मंत्री और एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी पर उन पर असफल हत्या के प्रयास को अंजाम देने का आरोप लगाया था. एक मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान पर उन पर और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी पर लॉन्ग मार्च के दौरान उन पर असफल हत्या की कोशिश के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि भारत उनके बयान का उपयोग पाकिस्तान के संस्थानों को निशाना बनाने के लिए कर रहा है.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ ने पीटीआई प्रमुख की राज्य के संस्थानों, विशेष रूप से सेना प्रमुख (सीओएएस) जनरल कमर जावेद बाजवा और उनके परिवार के खिलाफ टिप्पणियों के लिए निंदा की और दुश्मन देशों के बारे में खेद व्यक्त किया कि वे पाकिस्तान में गंभीर स्थिति का जश्न मना रहे हैं.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ेउन्होंने कहा, भारत जैसा दुश्मन देश और क्या चाहेगा? वे आज जश्न मना रहे हैं. खान को आईएसआई और सैन्य संस्थानों के बारे में बुरा बोलते देख भारत के टीवी चैनल उत्साहित हैं क्योंकि (पीटीआई प्रमुख) उन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था. संकट से जूझ रहे देश को संभालने की कोशिश कर रहे शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान को हमेशा पैसा मांगने वाले देश के रूप में देखा जाता है.
डॉन ने बताया कि सितंबर में, शरीफ ने देश की अर्थव्यवस्था की एक निराशाजनक तस्वीर पेश की थी और खेद व्यक्त किया था कि मित्र देशों ने पाकिस्तान को एक ऐसे देश के रूप में देखना शुरू कर दिया है जो हमेशा पैसा मांग रहा है. वकीलों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने खेद जताते हुए कहा, आज जब हम किसी मित्र देश में जाते हैं या फोन करते हैं तो वे सोचते हैं कि हम भीख मांगने आए हैं.
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा यहां तक कि छोटी अर्थव्यवस्थाओं ने भी पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया था, और हम पिछले 75 वर्षो से भीख का कटोरा लेकर भटक रहे हैं. उन्होंने वकीलों से कहा कि इस क्षेत्र में ऐसे देश थे जिनकी जीडीपी पाकिस्तान की वृद्धि से कम थी, लेकिन वर्तमान में वे निर्यात के मामले में बहुत आगे हैं. शरीफ ने कहा, 75 साल बाद आज पाकिस्तान कहां खड़ा है? यह एक चुभने वाला सवाल है, हम हर समय एक घेरे में घूम रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देश में क्षमता है लेकिन करने की इच्छाशक्ति की कमी है. शरीफ ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बाढ़ से पहले से ही चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रही थी, जिसने इसे और जटिल बना दिया था. वह बुधवार को मिस्र की अपनी दो दिवसीय यात्रा के समापन के बाद लंदन के लिए रवाना हो गए, जहां उन्होंने सीओपी27 जलवायु सम्मेलन में भाग लिया.
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीएमएल-एन सुप्रीमो और बड़े भाई नवाज शरीफ नवंबर 2019 से लंदन में रह रहे हैं और पार्टी की उपाध्यक्ष, मरियम नवाज भी अक्टूबर में अपने पिता के साथ रह रही हैं. प्रीमियर की महानगर की यात्रा ने अटकलों को जन्म दिया है कि महत्वपूर्ण निर्णय इस मुलाकात के दौरान लिए जाएंगे.
अप्रैल में देश का शीर्ष पद संभालने के बाद से शहबाज शरीफ की लंदन की यह तीसरी यात्रा है और वह नए सेना प्रमुख की नियुक्ति से पहले आ रहे हैं, थल सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त होने वाला है.
Source : IANS