पाकिस्तानी अखबार डॉन में वहां के एक मंत्री के हवाले से दावा किया गया है कि भारत चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) प्रोजेक्ट को निशाना बना सकता है।
पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री की तरफ से कहा गया है कि भारत चीन और पाकिस्तान के बीच करोड़ों डॉलर की मदद से बनने वाले (CPEC) पर काराकोरम हाईवे के पास हमला कर सकता है।
डॉन अखबार के मुताबिक हमले की आशंका को देखते हुए पाकिस्तान ने गिलगिट-बाल्टिस्तान के गृह विभाग को चिट्ठी लिखकर काराकोरम हाईवे पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का निर्देश दिया है।
अखबार के मुताबिक नाम ना छापने की शर्त पर गृह विभाग के एक अधिकारी ने कहा, आतंरिक मामलों के मंत्रालय की तरफ से एक चिट्ठी मिली है जिसमें सीपैक रूट पर भारत की तरफ से होने वाले संभावित हमले को लेकर आगाह किया गया है।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय से चिट्ठी मिलने के बाद प्रांत की सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी कर दी है और (CPEC) रूट पर पड़ने वाले 2 दर्जनों से ज्यादा पुल पर खास नजर रखी जा रही है।
भारत की तरफ से हमले की आशंका को देखते हुए गिलगिट-बाल्टिस्तान के गृह सचिव जावेद अकरम, इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस साबिर अहमद समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों ने दियमार जिले में जाकर (CPEC) रूट पर बने पुलों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
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दौरे के बाद आईजीपी साबिर अहमद ने कहा काराकोरम और (CPEC) को संवेदनशील रूट घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही इस रूट से गुजरने वाले सभी लोगों पर नजर रखी जा रही है और संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है।
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) दोनों देशों को शिंजियांग प्रांत से पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट को जोड़ेगा।
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Source : News Nation Bureau