Pakistan Airstrikes in Afghanistan: इस्लाम और मुसलमान का झंडा बुलंद करने वाली पाकिस्तानी सेना (Pakistan Air force) अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान (Afghanistan) पर शनिवार देर रात जेट विमानों से बमबारी की. इस हमले में बच्चे और महिलाओं समेत 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तानी सेना ने ये हमला पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में दो आतंकी हमलों में कम से कम आठ सैनिक मारे जाने के बाद की है. इस हमले के बाद तालिबान कड़ी नाराजगी जाहिर करने के साथ ही पाकिस्तान के राजदूत मंसूर अहमद खान को तलब कर आगे से ऐसी किसी भी कार्रवाई नहीं करने की चेतावनी दी है. वहीं, इस हमले के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (TTP) ने एक बयान जारी कर अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हमले की पुष्टि की है. संगठन ने कहा है कि बमों से उन प्रवासी शिविरों को निशाना बनाया गया है, जो पाकिस्तान के कबायली इलाकों से भाग गए थे.
पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान को निशाना बनाकर किया गया हमला
पाकिस्तानी जेट विमानों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों को निशाना बनाकर अफगानिस्तान के उत्तर-पूर्वी कुनार और दक्षिण-पूर्वी खोस्त प्रांतों में चोगम और पासा मेला के दूरदराज के इलाकों में एक साथ हमले किए. पाक सेना के हमले के बाद एक पत्रकार ताजुद्दीन सोरोश ने ट्वीट किया कि अफगानिस्तान के कुनार और खस्त प्रांतों में पाक सेना के हवाई हमले किए हैं. इन हमलों में बच्चों और महिलाओं सहित कम से कम 30 अफगान नागरिकों की मौत हो गई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हमले में वजीरिस्तान के रहने वाले एक ही परिवार के 8 सदस्यों की मौत हो गई. गौरतलब है कि खोस्त प्रांत में वजीरिस्तान से आए हजारों विस्थापित निवास करते हैं. हालांकि, पाक सेना या सरकार की ओर से इस मामले पर कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है.
आतंकी हमले में हुई थी 8 सैनिकों की मौत
पाकिस्तान ने ये हवाई हमला अपने सैनिकों पर हुए हमले में 8 सैनिकों के जान गंवाने के बाद की है. पहली घटना गुरुवार को उत्तरी वजीरिस्तान के कबाइली जिले के दाता खेल तहसील क्षेत्र में घटी. बताया जाता है कि यहां आतंकवादियों ने पाक सुरक्षाबलों के एक वाहन पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें सात पाक सैनिकों की मौत हो गई. दूसरी घटना भी गुरुवार को ही घटी. ईशाम क्षेत्र में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी सैनिक मारा गया था.
तालिबान सरकार ने पाक राजदूत को किया तलब
पाकिस्तानी सैन्य जेट विमानों के हमले के बाद अफगान तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को अफगानिस्तान के कुनार और खोस्त प्रांतों के कुछ हिस्सों में गोलीबारी करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने इस हमले में भारी नुकसान की बात कही गई है. तालिबान के विभिन्न मीडिया को बताया है कि पाकिस्तानी हवाई हमलों में दर्जनों लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं. हमले के बाद तालिबान के विदेश मंत्रालय ने काबुल में पाकिस्तान के राजदूत मंसूर अहमद खान को तलब किया. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अफगान अधिकारियों ने हाल ही में खोस्त और कुनार के कुछ हिस्सों में पाकिस्तानी वायुसेना की ओर से किए गए हमलों की कड़ी निंदा करने के साथ ही मांग की है कि इस तरह के और हमले नहीं किए जाएं.
ऐसी घटनाओं से दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव
तालिबान ने अपने बयान में कहा कि उसने पाकिस्तानी राजदूत को तलब कर साफ कर दिया है कि खोस्त और कुनार सहित सभी सैन्य उल्लंघनों को तत्काल रोका जाना चाहिए, क्योंकि इस तरह की घटनाओं से दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो सकता है. बयान में आगे कहा गया है कि विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के अलावा तालिबान के उप रक्षा मंत्री अल्हाज मुल्ला शिरीन अखुंद भी पाकिस्तानी राजदूत के साथ बैठक में शामिल हुए.
ये भी पढ़ें- कर्फ्यू के बीच 7 जन्मों के बंधन में बंधे, दुल्हन को बाइक पर लेकर पहुंचा दूल्हा
जांच से पहले ही कर दिया हमला
उधर, इस्लामाबाद में अफगान दूतावास के सूत्रों ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने पिछले दिन वज़ीरिस्तान में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर हुए हमलों के बाद अफगान राजदूत को एक पत्र भेजा था. सूत्रों के मुताबिक, पत्र काबुल भेजा गया था और मामले की जांच के लिए वहां एक समिति का गठन किया गया था, लेकिन दुर्भाग्य से जांच से पहले ही पाकिस्तानी विमानों ने बीती रात खोस्त और कांतार पर बमबारी कर दी.
HIGHLIGHTS
- पाक के जेट विमानों ने अफगानिस्तान में गिराए बम
- पाक के विस्थापितों के शिविर पर किया गया हमला
- आतंकी हमले में सेना के 8 जवानों की हुई थी मौत