पाकिस्तान (Pakistan) और तालिबान (Taliban) के बीच डूरंड रेखा (Durand Line) को लेकर तनाव का माहौल बना हुआ है. पकिस्तान डूरंड रेखा (Durand Line) पर बाड़ लगाना चाहता है लेकिन वहीं तालिबान इसके उलट है. तालिबान ने बाड़ लगाने के लिए आनाकानी की है, जिसको देखते हुए पाकिस्तान ने तालिबान को धमकी दी है कि डूरंड रेखा (Durand Line) पर फैंसिंग का अगर विरोध किया जाता है तो अफगानियों के डूरंड रेखा (Durand Line) के आर-पार जाना मुश्किल हो जाएगा.दरअसल तालिबान ने कभी भी डूंरड लाइन को सीमा रेखा नहीं माना है.
उसका मानना है कि पाकिस्तान की बनाई इस डूंरड लाइन से कई परिवारों को अलग कर दिया है. हम एक शांति का माहौल चाहते हैं इसलिए कोई भी फैंसिंग की जरूरत नहीं है.
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आपको बताते चलें कि दूसरे अफगान युद्ध के दो साल बाद अब्दुर रहमान को अफ़ग़ानिस्तान का राजा बनाया गया था. युद्ध में ब्रिटिश फौज ने अफगानिस्तान के कई हिस्सों पर कब्ज़ा कर लिया था. इसके बाद जिसके बाद साल 1893 में सर डूरंड के साथ एक समझौते में इस सीमा रेखा को बनाया गया. ये सीमा रेखा 2670 किलोमीटर की है. गौरतलब है कि डूरंड लाइन चीन से होते हुए ईरान तक जाती है.
तालिबान के साथ साथ पश्तूनों को भी इस डूरंड रेखा से नाराजगी है.उनका भी यही मानना है कि वो सभी पिछले करीब 100 सालों से अपने परिवार के साथ रहते थे लेकिन अंग्रेजों की एक चाल ने उन्हें अपने परिवार वालों से अलग कर दिया। आपको बताते चलें कि 1947 से अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच इस लाइन को लेकर विवाद चल रहा है. अफगानिस्तान इस फैसले के साथ नहीं था, नतीजन पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच कई बार झड़पे हुई. जिससे वहां के नागरिकों को बहुत ही मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान-तालिबान के बीच डूरंड रेखा को लेकर तनाव
- पकिस्तान डूरंड रेखा पर चाहता है बाड़ लगाना
- तालिबान ने नहीं माना है डूरंड लाइन को सीमा रेखा
Source : News Nation Bureau