पाकिस्तान ने देश की वित्तीय हालात से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मदद की मांग की है. गुरुवार को आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टिन लगार्डे ने कहा कि पाकिस्तान ने आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए अधिकारिक रूप से वित्तीय मदद की मांग की है. लगार्डे ने पाकिस्तान के वित्त, राजस्व और आर्थिक मामलों के मंत्री असद उमर और पाकिस्तान स्टेट बैंक के गवर्नर तारिक बाजवा और उनके आर्थिक टीम के सदस्यों से मुलाकात की.
क्रिस्टिन लगार्डे ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'आज मैंने पाकिस्तान के वित्त, राजस्व और आर्थिक मामलों के मंत्री असद उमर और पाकिस्तान स्टेट बैंक के गवर्नर तारिक बाजवा और उनके आर्थिक टीम के सदस्यों से मुलाकात की. मीटिंग के दौरान उन्होंने पाकिस्तान की आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए आईएमएफ से वित्तीय मदद की मांग की.'
उन्होंने कहा कि आईएमएफ की एक टीम आने वाले सप्ताह में इस्लामाबाद का दौरा करेगी जिसमें संभावित आईएमएफ समर्थित आर्थिक कार्यक्रम के लिए बातचीत की शुरुआत की जाएगी. हम अपनी साझेदारी को जारी रखने की कोशिश करेंगे.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था लंबे समय से अस्थिर स्थिति में है. यह पहले से अनुमान लगाया जा रहा था कि 25 जुलाई को होने वाले चुनाव के बाद पाकिस्तान आईएमएफ से कर्ज की मांग करेगा. इस्लामाबाद 2013 के बाद दूसरी बार कर्ज की मांग कर रहा है.
इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देशवासियों को आश्वासन दिया था कि भुगतान संतुलन के संकट से बाहर निकलने के लिये उनकी सरकार मित्र देशों और आईएमएफ दोनों से ही मदद मांगेगी.
उन्होंने कहा था, 'हमारे सामने दो विकल्प हैं: पहला, हम मित्र देशों के पास जायें और उनसे कमी को पूरा करने के लिये कहें, दूसरा विकल्प है कि हम अंतरराष्टूीय मुद्राकोष के पास जायें.' खान ने नया पाकिस्तान आवासीय कार्यक्रम की शुरुआत करते हुये कहा था, 'सरकार ने फैसला किया है कि वह दोनों विकल्पों को अपनायेगी.'
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नया पाकिस्तान आवासीय कार्यक्रम के तहत आने वाले पांच साल में निम्न आय वर्ग के लोगों के लिये 50 लाख मकान बनाये जायेंगे. यह उनकी सरकार की अग्रणी योजना है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिरता के लिये वह जल्द ही देश के समक्ष पूरी योजना रखेंगे जिसमें उन कदमों का जिक्र होगा जिन्हें सरकार आगे उठायेगी.
खान ने कहा कि पिछली सरकारों की वजह से देश पर कर्ज का बोझ है. इस कर्ज का भुगतान करने के लिये उनकी सरकार को और कर्ज लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है. हम इससे बाहर निकलेंगे. मैं देश को इससे बाहर निकालूंगा.
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पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तान 6 से 7 अरब डॉलर के राहत पैकेज के लिये आईएमएफ के पास जायेगा ताकि बढ़ते भुगतान संकट की समस्या से पार पाया जा सके. वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा था, 'सरकार ने स्थिरीकरण और आर्थिक बहाली कार्यक्रम के लिए आईएमएफ से संपर्क करने का फैसला किया है.'
Source : News Nation Bureau