पाकिस्तानी सेना से रिटायर एक मेजर जनरल के बेटे को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने पांच साल की जेल की सजा सुनाई है. आपको बता दें कि रिटायर जनरल के बेटे ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को इस्तीफा देने के लिए कहा था. मिली जानकारी के मुकाबिक दोषी ने कथित तौर पर सेनाध्यक्ष जनरल बाजवा को दिए गए विस्तार की आलोचना करते हुए एक पत्र लिखा और उनका इस्तीफा मांगा.रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मेजर जनरल (रिटायर्ड) जफर मेहदी अस्करी के बेटे हसन अस्करी को एक पत्र में पाकिस्तान सेना प्रमुख के विस्तार की आलोचना करने के लिए देशद्रोह के आरोप में दोषी ठहराया गया था.
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इस साल जुलाई में किए गए एक मुकदमे में पाकिस्तान सैन्य अदालत द्वारा प्रतिनियुक्त एक अधिकारी ने हसन का बचाव किया था.रिटायर्ड जफर मेहदी अस्करी ने शिकायत की थी कि साहिवाल की उच्च सुरक्षा वाली जेल में अपने बेटे से मिलने में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले जनवरी में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने मामले की सुनवाई की थी जिसने देशद्रोह के मुकदमे को कैमरे की निगरानी में करने का निर्देश दिया था.
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आपको बता दें कि मुकदमे के दौरान यह सवाल रखा गया था कि क्या एक नागरिक पर सैन्य अदालत द्वारा मुकदमा चलाया जा सकता है? इस प्रश्न को बाद में सैन्य अधिकारियों द्वारा निर्णय के लिए अदालत में रखा था. हाल ही में, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के महानिदेशक की नियुक्ति को लेकर पाकिस्तान का नागरिक और सैन्य नेतृत्व आपस में उलझ गए थे.