पाकिस्तान (Pakistan) के प्रांत बलूचिस्तान में क्वेटा के पास कोरोना वायरस (Corona Virus) के चपेट में आने के शक में एहतियात के तौर पर अलग-थलग रखे गए लोग सड़क पर निकल आए. इन लोगों ने अपने-अपने घरों को जाने की मांग करते हुए एक प्रमुख हाईवे पर जाम लगा दिया. यह घटना बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा के पास मियां घुंडी इलाके में हुई.
यहां कोरोना वायरस (Corona Virus) से बुरी तरह प्रभावित ईरान से धार्मिक यात्रा कर लौटे करीब पांच सौ श्रद्धालु अन्य लोगों से अलग-थलग रखे गए हैं. शनिवार को यह लोग आइसोलेशन सेंटर से बाहर आ गए और अपने घरों को जाने की मांग करने लगे. इन लोगों ने क्वेटा-कराची राजमार्ग पर तीन घंटे तक यातायात बाधित कर दिया.
मियां घुंडी में ईरान से लौटे पांच सौ श्रद्धालु आइसोलेशन में रखे गए है
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि इन लोगों ने क्वेटा शहर की तरफ मार्च निकालने की कोशिश की जिसे सुरक्षाकर्मियों ने नाकाम कर दिया. सूत्रों ने बताया कि मियां घुंडी में ईरान से लौटे पांच सौ श्रद्धालु आइसोलेशन में रखे गए है और इनमें से अधिकांश बलूचिस्तान के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं.
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प्रदर्शनकारियों ने कहा, 'हम अलग-थलग रखे जाने की अवधि पूरी कर चुके हैं. अब हमें घर जाने दिया जाना चाहिए.'
अधिकारियों के समझाने के बाद यह सभी आइसोलेशन सेंटर में लौट गए. इनसे कहा गया कि इनकी एक और जांच की जाएगी और उसके बाद इन्हें घरों को जाने दिया जाएगा.
बलूचिस्तान की सरकार ने प्रांत में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी
इस बीच, लोगों को एक जगह इकट्ठा होने से रोकने के लिए बलूचिस्तान की सरकार ने प्रांत में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी है. सरकार की एक अधिसूचना में कहा गया है कि इसके बाद प्रांत में अब दस से अधिक लोग एक जगह पर एक साथ इकट्ठा नहीं हो सकेंगे. कोई जुलूस या धरना-प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा. एक महीने तक सभी शादीघर, सिनेमाघर बंद रहेंगे.
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सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि ईरान और अफगानिस्तान से लौटे उन श्रद्धालुओं और व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी जो कोरोना जांच से बचने की कोशिश करेंगे.