पाकिस्तान की एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संबंध में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक के ब्योरे का खुलासा करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के खिलाफ जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अब्बासी ने, डॉन अखबार के साथ अपनी पार्टी के नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ के साक्षात्कार को लेकर मई में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता की थी। बाद में उन्होंने बैठक का ब्यौरा मीडिया के साथ साझा किया था।
सिविल सोसाइटी की एक सदस्य ने लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि अब्बासी ने सुरक्षा प्रतिष्ठानों की मानहानि की है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया था कि बैठक के बाद अब्बासी ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शरीफ से मुलाकात की थी और उन तक सैन्य नेतृत्व की चिंता पहुंचाई ।
उसने कहा कि अब्बासी ने ऐसा कर प्रधानमंत्री के रूप में ली गई अपनी शपथ का उल्लंघन किया। लाहौर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मजहर अली अकबर नकवी ने अब्बासी को सोमवार को तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। इस पर उनके खिलाफ जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया।
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न्यायाधीश ने शरीफ और रिपोर्टर को भी नोटिस जारी किए जाने का आदेश दिया। शरीफ ने अपने साक्षात्कार में मुम्बई हमलों में पाकिस्तानी लोगों की संलिप्तता से जुड़े सवाल उठाए थे जिससे सेना और सरकार के बीच तनाव बढ़ गया था।
Source : News Nation Bureau