तुर्किए को सचा दोस्त बताने वाला पाकिस्तान अपनी ओछी हरकत से बाज नहीं आने वाला है. तुर्किए में आए भीषण भूकंप को लेकर जहां पर सभी देश उसकी मदद के लिए दौड़ पड़े हैं. वहीं पाकिस्तान इस मामले में भी अपनी राजनीति चमका रहा है. वह अपने पड़ोसी देश भारत को तुर्किए की मदद को लेकर अड़गा डाल रहा है. उसने भारतीय वायुसेना के विमान C-17 ग्लोबमास्टर को अपना हवाई क्षेत्र देने से इनकार कर दिया है. गौरतलब है कि तुर्किय में बीते सोमवार को भूकंप के तेज झटकों ने देश में बड़ा नुकसान पहुंचाया है. भूकंप के झटकों से कई इमारतें धाराशाही हो गईं. अब तक अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 4,983 लोगों की मौत हो चुकी है. भूकंप का केंद्र दक्षिण पूर्वी प्रांत कहरामनमारस था. ये झटके काहिरा तक महसूस किए गए.
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भूकंप के बाद से राहतकार्य जारी है. दुनियाभर के कई देशों ने अपनी ओर से मदद का हाथ बढ़ाया है. इस फेहरिस्त में भारत का नाम भी शामिल है. सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने तुर्किए को मदद करने का ऐलान किया था. उन्होंने देश से मेडिकल, खाद्य सामग्री के साथ बचाव दल भेजने की घोषणा की थी. राहत सामग्री के साथ भारत का विमान सोमवार रात को तुर्किए के भेजा गया था. यह मंगलवार की सुबह 10.30 बजे तुर्की पहुंचा.
एनडीआरएफ टीम में विशेष बचाव दल शामिल है. इसमें पुरुष और महिला की टीम है. इस टीम में ड्रिलिंग टीम भी है. वर्ष 2021 में पाकिस्तान ने भारत को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने से रोका था. उस समय अफगानिस्तान पर तालिबान ने अपना कब्जा जमाया था. उस वर्ष दिसंबर में, भारत ने युद्धग्रस्त देश को मानवीय मदद पहुंचाने का प्रयास किया था. अफगानिस्तान को 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजने का निर्णय लिया गया था. इस मदद में दवाएं भी थीं. पाक ने उस दौरान भी अड़ंगा लगाया था.
HIGHLIGHTS
- दुनियाभर के कई देशों ने अपनी ओर से मदद का हाथ बढ़ाया
- पीएम नरेंद्र मोदी ने तुर्किए की मदद करने का ऐलान किया था
- विमान सोमवार रात को तुर्किए के भेजा गया था