राजनीतिक परिदृश्य पर अनिश्चिंतता से घिरे पाकिस्तान की लोकशाही पर अंधेरे के बादल मंडरा रहे हैं. इस बीच लोगों को भी अंधेरे में रहना पड़ रहा है. जी हां, भीषण गर्मी के बीच पाकिस्तानियों को देशभर में रोजाना आठ से 15 घंटे के निर्धारित और अनिर्धारित बिजली लोड-शेडिंग का सामना करना पड़ रहा है. द न्यूज ने बताया कि कराची, लाहौर, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, मुल्तान, बदीन, स्वात और देश के अन्य शहरों में लंबे समय तक लोड-शेडिंग हुई है. पाकिस्तान में बिजली का संकट रमजान के दिनों में और गहरा हो गया है.
लंबे समय तक लोड-शेडिंग ने जनता के दुखों को बढ़ाना जारी रखा है, जिससे दैनिक कार्यो को करने में कठिनाई होती है खासकर सेहरी और इफ्तार के समय. कराची के कई इलाकों में 15 घंटे तक लोड शेडिंग हुई. शहर के लोड-शेडिंग-मुक्त क्षेत्रों में भी बिजली की कटौती देखी गई, जबकि विभिन्न क्षेत्रों में लोड-शेडिंग की अवधि आठ से बढ़ाकर 15 घंटे कर दी गई है. के-इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रिड से 300 मेगावाट की कमी के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई है.
इस बीच पंजाब के शहरी इलाकों में आठ से नौ घंटे लोड शेडिंग हुई, जबकि ग्रामीण इलाकों में 10 से 12 घंटे लोड शेडिंग हुई. पावर डिवीजन ने कहा कि देश 17,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है, जबकि मांग बढ़कर 19,000 मेगावाट हो गई है. दोपहर और शाम के समय में मांग बढ़कर 21,000 मेगावाट हो गई है.
HIGHLIGHTS
- रमजान के दिनों में बिजली संकट से पाकिस्तान अवाम हैरान
- तमाम बड़े शहर भी घोषित-अघोषित कटौती से अछूते नहीं