पाकिस्तान के नानकाना साहिब में एक सिख युवती को बंदूक के बल पर अपहरण कर लिया गया. उसे जबरन इस्लाम कबूल करवाकर वीडियो भी बनाया गया. युवती का धर्म परिवर्तन कर जबरन मुस्लिम बनाए जाने के मामले में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की है. कैप्टन ने उनसे इस घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है. मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मामले को पाकिस्तानी विदेश मंत्री के सामने सख्ती से उठाने की अपील की है.
इस मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक के साथ ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं. पाकिस्तान की कुछ जिम्मेदारी बनती है. पाकिस्तान दूसरों पर सवाल उठाने से पहले अपने घर को देखे, जिसमें आग लगी है.बता दें कि पाकिस्तान के नानकाना साहिब में गुरुद्वारा तंबी साहिब के एक ग्रन्थि की एक बेटी पिछले 3 दिनों से लापता थी, गुरुवार को एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी करने और इस्लाम धर्म अपनाने के बाद सामने आई है.
Shocking incident of a Sikh girl being kidnapped & forced to convert to Islam in Nankana Sahib, Pakistan. Call upon @ImranKhanPTI to take firm and immediate action against the perpetrators. Request @DrSJaishankar to strongly take up the issue with his counterpart at the earliest. pic.twitter.com/hpHvD9kkEJ
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 30, 2019
वीडियो में एक मौलवी जागीर कौर को आएशा कहकर बुला रहा है, हालांकि वह उसके पिता का नाम सही बता रहा है. मौलवी को यह कहते हुए भी सुना गया है कि आप अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल कर रही हैं और इस युवक से शादी कर रही हैं. वीडियो में लड़की सहमी हुई दिख रही है.
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छह हजार के आसपास रह गए सिख
पाकिस्तान की लगभग 20 करोड़ की आबादी में सिखों की तादाद छह हजार के आसपास है जबकि विभाजन से पहले वहां सिखों की बड़ी आबादी रहती थी. पाकिस्तान में जो सिख बचे हैं, उनकी स्थिति आज बहुत अच्छी नहीं है.उन्हें धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक आधार पर कई तरह भेदभावों का सामना करना पड़ता है.
पहचान छिपाकर जिन्दा हैं सिख
- पाकिस्तान के पेशावर में स्थिति ऐसी है कि सिख समुदाय के लोग जान बचाने के लिए बालों को काटने और पगड़ी पहनने से परहेज कर रहे हैं.
- सिख समुदाय के लिए एक और बड़ी समस्या पेशावर में उनके लिए श्मशान के भूमि न होना है.
- बर पख्तुनख्वा सरकार ने पिछले साल श्मशान के लिए धन आवंटित किया लेकिन अभी तक कोई निर्माण शुरू नहीं हुआ है.
- स्थानीय मीडिया के अनुसार पाकिस्तानी सरकार यह स्वीकार नहीं कर रही है कि सिख समुदाय को इसके समर्थन और सुरक्षा की आवश्यकता है.
- पाकिस्तान सरकार के नेशनल डेटा बेस एंड रजिस्ट्रेशन अथारिटी में दर्ज ताजातरीन आंकडो़ं के अनुसार वहां अल्पसंख्यकों की आबादी
- हिंदू - 1,414,527
- ईसाई - 1,270,051
- अहमदी - 125,681
- बहाई - 33,734
- सिख - 6146
- पारसी - 4020
- बौद्ध - 1492
- अन्य - 66,898
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो