अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को मदद रोके जाने के जवाब में पाकिस्तान ने कहा है कि वो ट्रंप के ट्वीट का जल्द ही जवाब देंगे। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख़्वाज़ा आसिफ़ ने ट्विटर पर ही अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्वीट का जवाब दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट से नाराज़ पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में अमेरिका के राजदूत को समन कर विरोध भी दर्ज किया है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'हम अमेरिकी राष्ट्रपति के इस ट्वीट का जल्द ही जवाब देंगे, इंशाल्लाह। पूरी दुनिया को सच का पता चलेगा। वास्तविकता और कल्पना में फर्क होता है।'
बता दें कि इससे पहले सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि पाकिस्तान को अमेरिका की तरफ से अब कोई मदद नहीं दी जाएगी।
ट्रंप ने कहा कि जिन आतंकवादियों को हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान ने अपने यहां सुरक्षित आश्रय दे रखा है।
We will respond to President Trump's tweet shortly inshallah...Will let the world know the truth..difference between facts & fiction..
— Khawaja M. Asif (@KhawajaMAsif) January 1, 2018
ट्रंप ने ट्वीट किया, 'पिछले 15 सालों से पाकिस्तान अमेरिका को बेवकूफ बनाकर 33 अरब डॉलर की सहायता प्राप्त कर चुका है और उसने बदले में हमें सिर्फ झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया, वह हमारे नेताओं को बेवकूफ समझता है।'
उन्होंने कहा, 'वे उन आतंकियों को सुरक्षित पनाह मुहैया करा रखे हैं, जिन्हें हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं। बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'
इससे पहले भी पाकिस्तान ने अमेरिका पर 'भारत की भाषा बोलने' का आरोप लगाया था। पाकिस्तान ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर विवाद पर भारत और अमेरीका के 'समान विचार' हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल नसीर खान जांजुआ (सेवानिवृत्त) ने कहा कि अमेरिका, अफगानिस्तान में भारत को एक बड़ी भूमिका देने के लिए तैयार है, जबकि वह इस क्षेत्र में अपनी असफलता के लिए पाकिस्तान को दोष देता है।
'डॉन' ने एनएसए के हवाले से कहा, 'अमेरिका ने भारत को पाकिस्तान के मुकाबले स्पष्ट तौर पर प्राथमिकता दी है, जबकि भारत पाकिस्तान के साथ परंपरागत युद्ध की लगातार धमकी दे रहा है।'
उन्होंने कहा, 'अमेरिका ने पाकिस्तान पर हक्कानी नेटवर्क और तालिबान के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया, जबकि असल में पाकिस्तान ने जबसे अमेरिका के साथ अपनी सेना का गठबंधन किया, तभी से वह आतंकवाद का सामना कर रहा है। पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में भारी कीमत चुकाई है, लेकिन विश्व ने इस नुकसान को कभी स्वीकार नहीं किया।'
जांजुआ ने दावा किया कि अमेरिका चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का भी विरोध करता है।
उन्होंने कहा, 'अमेरिका इस क्षेत्र में असंतुलन पैदा कर यह सुनिश्चित करना चाहता है कि इस क्षेत्र में चीन की वृद्धि न हो और न ही रूसी शक्ति का पुनरुत्थान हो सके।'
नाराज़ अमेरिका ने रोकी मदद, कहा- हमें बेवकूफ बना रहा है पाकिस्तान
Source : News Nation Bureau