पाकिस्तान के गृह मंत्री ने एक बार फिर से आतंकवादियों का बचाव करते हुए आतंकवाद में फर्क करने की कोशिश की है। अच्छे और बुरे आतंकवाद के बीच फर्क किए जाने के बाद पाकिस्तान को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
पाकिस्तानी गृह मंत्री चौधरी निसार ने कहा था कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन और प्रतिबंधित सांप्रदायिक संगठनों के बीच फर्क किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा प्रतिबंधित आतंकी संगठन को लेकर किसी को कोई शक नहीं किया जाना चाहिए जबकि चरमपंथी धार्मिक संगठनों को आतंकी संगठनों की तरफ नहीं देखा जाना चाहिए।
निसार ने काफी सोच समझकर यह बयान दिया क्योंकि उन्होंने साफ कहा कि दोनों तरह के संगठनों के लिए देश में अलग-अलग तरह का कानून होना चाहिए।
नैशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी की तरफ से प्रतिबंधित संगठनों की सूची का जिक्र करते हुए हसन निसार ने कहा, 'जो चरमपंथी धार्मिक संगठनों और प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के बीच फर्क किए जाने के मेरे बयान को लेकर हाय तौबा मचा रहे हैं उन्हें यह सूची देखनी चाहिए।'
नैक्टा की सूची में शामिल दो शिया नेताओं के नाम का जिक्र करते हुए कहा उन्होंने कहा, 'क्या अल्लामा साजिद नकवी को किसी आतंकी संगठन से जोड़ा जा सकता है? क्या सैयद हामिद अली शाह मूसावी को किसी आतंकी संगठन से जोड़ा जा सकता है? बिलकुल नहीं, क्योंकि यह सभी देशभक्त पाकिस्तानी है।'
निसार की टिप्पणी के बाद विपक्षी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने उन्हें आतंकियों का प्रवक्ता करार दिया। वहीं दूसरी विपक्षी पार्टी एमक्यूएम के सांसद ताहिर हुसैन ने कहा गृह मंत्री का बयान इसलिए खतरनाक है क्योंकि देश में चरमपंथी धार्मिक समूह तालिबान जैसी आतंकी संगठन से भी ज्यादा खतरनाक है।
HIGHLIGHTS
- आतंकवाद को लेकर फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान का दोहरा रवैया
- पाक गृह मंत्री ने कहा कि चरमपंथी और आतंकियों में फर्क किया जाना जरूरी
Source : News State Buraeu