पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. घाटी को दहलाने की नई-नई साजिश रचने वाला पाकिस्तान अब बढ़ते तापमान का फायदा उठाकर सीमा पार से घुसपैठ कराना चाहता है. जम्मू-कश्मीर में लगातार पड़ रही गर्मी के चलते पीरपंजाल की पहाड़ियों में बर्फ पिघलने लगी है और इसी के साथ पाकिस्तान की नई घुसपैठ की साजिश सामने आई है. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में बैठे आतंकी एक बार फिर लॉन्च पैड पर सक्रिय हो गए हैं. पूंछ, बारामूला और उरी के दूसरी तरफ आतंकियों की मौजूदगी की खबरें हैं. सूत्र बताते हैं कि पूंछ के दूसरी तरफ पाकिस्तान के बथल्लान और कचरबन, जबकि बारामूला और उरी के पास ख्वाजा बंदी, नमाला और बेदोरी में आतंकियों के लॉन्च पैड स्थापित हैं.
खौफनाक आतंकी संगठन घुसपैठक की तैयारी में
सूत्रों के मुताबिक, विभिन्न आतंकी संगठन जैसे हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के आतंकी अलग-अलग समूहों में घुसपैठ की तैयारी में हैं. सबसे महत्वपूर्ण जानकारी यह है कि पाकिस्तान की एसएसजी (स्पेशल सर्विस ग्रुप) के तरबेला इलाके में इन आतंकियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. बॉर्डर पार से चुनाव से पहले ही सुरक्षा एजेंसियों के पास आतंकी और ड्रोन घुसपैठ की कई सूचनाएं हैं. इसके चलते इंटरनेशनल बॉर्डर से लेकर एलओसी तक सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं. खासतौर पर बीएसएफ बॉर्डर पर कड़ी निगरानी रख रही है. बीएसएफ के जवान और महिला जवान लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं, सरप्राइज नाके लगा रहे हैं, और नदी-नालों के पास एंबुश बिछा रहे हैं. बीएसएफ ने अपनी सेकंड लेयर सिक्योरिटी ग्रिड को भी मजबूत किया है और हाई-एंड टेक्नोलॉजी के साथ सीसीटीवी कैमरों का भी उपयोग कर रही है.
बीएसएफ के लिए सबसे बड़ी चुनौती गर्मी से लड़ने की है
लेकिन इस समय बीएसएफ के लिए सबसे बड़ी चुनौती गर्मी से लड़ने की है. जम्मू-कश्मीर इस समय हीट वेव की चपेट में है. खासतौर पर जम्मू, कठुआ, सांबा और अखनूर में तापमान 42 से 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है. इसका असर बॉर्डर पर तैनात जवानों पर साफ देखा जा सकता है. जवानों को न केवल चिलचिलाती गर्मी से, बल्कि सांप और बिच्छुओं से भी बचना पड़ रहा है. बीएसएफ ने जवानों को गर्मी से बचाने के लिए नींबू पानी और ग्लूकोज का पानी देने की व्यवस्था की है. गेट ड्यूटी पॉइंट पर ठंडा पानी देने के लिए कैंपर भी रखे गए हैं. सांप और बिच्छुओं से बचने के लिए रसायन भी मुहैया कराए गए हैं. आने वाले दिनों में जवानों के लिए चुनौतियां बढ़ने वाली हैं, क्योंकि 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है. इसे देखते हुए बीएसएफ ने अपने जवानों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं.
Source : News Nation Bureau