जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने और राज्य को दो भागों में विभाजित किए जाने के बाद पाकिस्तान बेचैन हो गया है. बताया जा रहा है कि अब पाकिस्तान भारत में अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने पर विचार कर रहा है. पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है. पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र में मंगलवार को एक प्रस्ताव पेश कर भारत द्वारा अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को वापस लिए जाने का विरोध किया गया. पाकिस्तान के संसदीय मामलों के संघीय मंत्री आजम खान स्वाती ने कश्मीर घाटी में भारतीय कदम की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पेश किया.
पाकिस्तान की संसद में विपक्ष ने अनुच्छेद 370 में संशोधन से संबंधित एक खंड को न जोड़े जाने को लेकर विरोध जाहिर किया. इस कारण सत्र को 20 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा. उसके बाद सदन बैठी तो सीनेटर स्वाति ने अनुच्छेद 370 का उल्लेख करते हुए संशोधित प्रस्ताव पेश किया.
संसद के संयुक्त सत्र में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर भी मौजूद रहे. सत्र की अध्यक्षता नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने की. पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी, रेल मंत्री शेख रशीद, मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ संसद में उपस्थिति रहे.
Source : News Nation Bureau