उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO) का शु्क्रवार को अंतिम दिन है. इस शिखर सम्मेलन में भारत, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने हिस्सा लिया है. अगले साल 2023 में एससीओ शिखर सम्मेलन का मेजबानी भारत करेगा. ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि एससीओ 2023 में पाकिस्तान भाग लेगा या नहीं, इसे लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिवालव भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने बड़ा बयान दिया है.
यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर भोपाल की गायिका का नमो-नमो तोहफा
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में कहा कि अगले साल एससीओ सम्मेलन की अध्यक्षता भारत करेगा. एससीओ 2023 सम्मेलन में पाकिस्तान शिरकत करेगा या नहीं इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान FATF की सूची से जल्द ही बाहर हो जाएगा. हम आतंकवाद से निपटना चाहते हैं. आतंकवाद से निपटना हमारी प्राथमिकता एफएटीएफ के कारण नहीं बल्कि अपने देश के लोगों की सुरक्षा के लिए है.
यह भी पढ़ें : कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया के चीतों की ऐसे की जाएगी सुरक्षा, देखें यहां
देश में बाढ़ की स्थिति पर उन्होंने कहा कि भारत से हमने मदद नहीं मांगी है. हम अपने लोगों की मदद कर रहे हैं और पाकिस्तान की मदद के लिए कई लोग आगे आए हैं. राहत और बचाव अभियान जारी है. बिलावल भुट्टो ने आगे कहा कि मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान के पीएम और भारतीय पीएम ने इस मुद्दे पर एक-दूसरे का सामना किया है. इस शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे सभी देशों के प्रमुख ट्रांजिट ट्रेड करना चाहते हैं.