कंगाल पाकिस्तान में लोगों का बुरा हाल हो रहा है लेकिन लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने के बजाए मिसाइल टेस्ट में पैसा बहाया जा रहा है. पिछले दिनों पाकिस्तान ने परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-3 का सफल परीक्षण करने का दावा किया. पाकिस्तान के राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक इसकी बधाई देने लगे. हालांकि अब इसकी सच्चाई सामने आने के बाद पाकिस्तान की किरकिरी हो रही है. दावा किया गया है कि यह मिसाइल बलूचिस्तान में जा गिरी जहां कई लोग घायल हो गए. पाकिस्तान पर बलूचिस्तान से सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगते रहे हैं.
बलूच रिपब्लिकन पार्टी के प्रवक्ता शेर मोहम्मद बुगती ने ट्वीट कर घटना पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि उनकी मातृभूमि बलूचिस्तान कोई लैब नहीं है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से नागरिकों पर किए गए इस मिसाइल टेस्ट पर पाकिस्तान की सेना के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है. बुगती ने स्थानीय लोगों के हवाले से दावा किया है कि पांच लोग इस घटना में घायल हुए हैं जिसमें दो महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं. इसमें कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
शाहीन-3 का परीक्षण
पाकिस्तान ने सतह से सतह पर मार करने वाली अपने शाहीन-3 मिसाइल का सफल परीक्षण किया था. परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता से लैस इस मिसाइल की रेंज 2750 किलोमीटर है. यह दूरी भारत में चेन्नै तक को निशाना बनाने के लिए काफी है. सफल परीक्षण के बाद राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने वैज्ञानिकों और इंजिनियरों को बधाई दी थी.
सबसे लंबी रेंज की मिसाइल
यह पाकिस्तान की सॉलिड-ईंधन से चलने वाले बैलिस्टिक मिसाइलों में से एक है जो परमाणु हथियार ले जा सकती है. इसका सबसे पहला टेस्ट 2015 में किया गया था. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की सभी मिसाइल प्रणालियों में से इसकी रेंज सबसे ज्यादा है. इससे पहले टेस्ट की गईं शाहीन-1 की क्षमता 900 किलोमीटर दूर तक मार करने की है जबकि शाहीन-2 परमाणु हथियारों के साथ 1500 किलोमीटर दूर मार कर सकती है.
Source : News Nation Bureau