Advertisment

पाकिस्तान से मनी लॉड्रिंग के तार ईरान के सुप्रीम लीडर से भी जुड़े

एफआईए के अनुसार यह नेटवर्क इराक के नजफ शहर और ईरान के कुओम शहर में धार्मिक यात्रा पर जाने वाले लोगों का भी इस्तेमाल पैसों की तस्करी के लिये करता था.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Khamenei

पाकिस्तान के मनी लांड्रिंग के तार ईरान-इराक से भी जुड़े.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

पाकिस्तान में हाल में जिस मनी लांड्रिंग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, उसके तार ईरान और इराक से भी जुड़े हैं. जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी है कि इस पैसे का बड़ा हिस्सा ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खमनेई के एक प्रतिनिधि को भी दिया गया था. अरब न्यूज के मुताबिक यह नेटवर्क पिछले सात साल से पाकिस्तान, ईरान और इराक में सक्रिय था. इसके सदस्यों के व्हाटस एप चैट से इस बात का खुलासा हुआ है. पाकिस्तान की फेडरल जांच एजेंसी (एफआईए) ने कराची की एक अदालत में इस संबंध में गत 10 फरवरी को चार्जशीट दायर की, जिसके अनुसार हुंडी या हवाले के जरिये ये पैसे पाकिस्तान से बाहर भेजे जाते थे या बाहर से प्राप्त किए जाते थे.

पाकिस्तान में हुंडी औऱ हवाला अवैध
पाकिस्तान में हुंडी और हवाला दोनों अवैध हैं. एफआईए के अनुसार यह नेटवर्क इराक के नजफ शहर और ईरान के कुओम शहर में धार्मिक यात्रा पर जाने वाले लोगों का भी इस्तेमाल पैसों की तस्करी के लिये करता था. पाकिस्तान से भेजे गये मनी लांड्रिग के रुपये इसी तरह खमनेई के पाकिस्तान के पूर्व प्रतिनिधि अबुल फजल बहाउद्दीन को भी भेजे गये थे. एफआई के रिकॉर्ड के मुताबिक बहाउद्दीन ने मनी लांड्रिंग के मुख्य आरोपी अली रजा से पैसे प्राप्त किए. ईरान के सुप्रीम लीडर ईरान के सभी प्रांतों, विश्वविद्यालयों, कुछ सरकारी एजेंसियों और देशों में भी अपनी प्रतिनिधि नियुक्त करते हैं.

शिया समुदाय वाले देशों में नियुक्ति होते हैं खमनेई के प्रतिनिधि
खमनेई के ये प्रतिनिधि उन देशों में नियुक्त किये जाते हैं, जहां शिया समुदाय के लोग रहते हों. देशों में जब खमनेई प्रतिनिधि की नियुक्ति करते हैं, तो उनकी सार्वजनिक घोषणा नहीं की जाती है. ईरान के बाहर नियुक्त ये प्रतिनिधि खमनेई के विचारों और सिद्धांतों का भाषण आदि के जरिये प्रचार करते हैं और साथ ही अपनी नीतियों को अपनाने के लिये वहां के स्थानीय प्रशासन पर दबाव भी बनाते हैं. इस साल जनवरी में कराची में छापे के दौरान गिरफ्तार किये गये 13 लोगों में रजा भी शामिल है. ये सभी मनी लांड्रिंग में संलिप्त थे और एक विदेशी खुफिया एजेंसी से संबद्ध थे.

कराची में पकड़ा गया था मनी लांड्रिंग का मामला
अरब न्यूज के मुताबिक मनी लॉड्रिंग नेटवर्क पर शिकंजा तब कसा गया जब कराची में पुलिस दिसंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच ईरान समर्थित आतंकवादी संगठन जैनबीयून ब्रिगेट के सदस्यों को गिरफ्तार कर रही थी. ऐसा आरोप है कि यह ब्रिगेट पाकिस्तान के शिया समुदाय के लोगों को भुलावा देकर सीरिया में लड़ाई के लिये ले जाता था.

HIGHLIGHTS

  • इराक और ईरान से जुड़ रहे मनी लांड्रिंग के तार
  • खमनेई के प्रतिनिधि तक को भेजा गया पैसा
  • कराची में पकड़ा गया था मनी लांड्रिंग गिरोह
pakistan पाकिस्तान ईरान iran Iraq Smuggling तस्करी money laundering इराक मनी लांड्रिंग Khamenei Representative खमनेई प्रतिनिधि
Advertisment
Advertisment
Advertisment