चुनावों के दौरान पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने अपनी पूर्ववर्ती सरकारों में फिजूलखर्ची के तमाम आरोप लगाए थे। इसके साथ भ्रष्टाचार से जुड़े भी कई आरोप लगाए और अपने सत्ता में आने पर इस सब पर रोक लगाने की बात कही थी। अब इमरान खान चुनावों में जीत के बाद सत्ता पर काबिज हैं और देश के नए प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने वादे के मुताबिक इमरान खान ने खर्च में कटौती की नीति अपनाते हुए प्रधानमंत्री आवास लेने से इनकार कर दिया है। खबरों के मुताबिक अब वो तीन बेड रूम वाले छोटे से आवास में रहने चले गए हैं। यह आवास सैन्य सचिव का है और यहां महज दो ही नौकर काम करते हैं। जबकि प्रधानमंत्री आवास 524 कर्मचारियों वाला है।
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उल्लेखनीय है कि रविवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में भी उन्होंने कहा था कि वो प्रधानमंत्री आवास में नहीं रहेंगे, बल्कि अपने सैन्य सचिव के तीन बेडरूम वाले आवास में रहेंगे। उन्होंने कहा था कि सरकारी खर्च में कटौती के लिए उन्होंने यह फैसला किया है, क्योंकि मौजूदा प्रधानमंत्री आवास में 524 कर्मचारी तैनात हैं, जिसका खर्च बहुत ही ज्यादा आता है। इमरान ने अपने संबोधन में कहा था कि वह बनिगाला स्थित अपने आवास में ही रहना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है, इसलिए वह यहां रह रहे हैं।
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इस दौरान इमरान ने देश के आर्थिक हालातों के बारे में भी चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि अपने समूचे इतिहास में देश इतना ऋणग्रस्त कभी नहीं रहा, जितना पिछले 10 साल में हो गया है। देश पर यह कर्ज बढ़कर 28,000 अरब रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारे कर्ज पर जो ब्याज हमें चुकाना है वह इस स्तर तक पहुंच गया है कि हमें अपनी देनदारियों का भुगतान करने के लिये और कर्ज लेना होगा।
Source : News Nation Bureau