नवाज़ शरीफ की पार्टी पीएमएल(एन) ने आशंका जताई है कि शरीफ को हटाने के लिये षड्यंत्र किया जा रहा है। पार्टी का कहना है संवैधानिक संस्थाओं की आड़ में पनामा पेपर के नाम पर प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को हटाने के लिये षड्यंत्र किया जा रहा है।
ये दूसरी बार है कि सत्ताधीन पार्टी ने आरोप लगाया है कि देश की ताकतवर संस्थाएं सेना और न्यायालय नवाज़ शरीफ का तख्ता पलट करने का षड्यंत्र रच रही हैं।
शरीफ ने खुद 5 जून को कहा था कि उन्हें और उनकी सरकार को हटाने के लिये कुछ लोग षड्यंत्र रच रहे हैं।
नवाज़ शरीफ सरकार में मंत्री और रिश्तेदार अबिद शेर अली ने कहा कि शरीफ को राजनीति के पर्दे से हटाने के लिये कुछ लोग काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'राजनीति में नवाज़ शरीफ से कम में हमें कोई फैसला मंज़ूर नहीं होगा.... कुछ लोग संवैधानिक संस्थाओं की आड़ में नवाज़ शरीफ को हटाने के लिये काम कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो लाखों लोग सड़क पर आ जाएंगे।'
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नवाज़ सरकार की मंत्री सूचना मंत्री मरियम औरंगज़ेब ने सीधे आरोप लगाया था कि संस्थाएं फेडेरल ज्यूडीशियल अकादमी में नवाज़ शरीफ के बेटे से हुई पूछताछ के फोटो लीक कर नवाज़ शरीफ परिवार का अपमान करने और उनकी छवि खराब करने के लिये के अभियान चला रही हैं।
अवैध व्यापारिक डील के सिलसिले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित संयुक्त जांच टीम ने नवाज़ शरीफ के दोनों बेटे हुसैन और हसन से पूछताछ की थी।
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पाकिस्तान में सरकार के फैसलों में वहां की सेना का खासा दखल रहता है। लोगों को आशंका है कि 1999 के इतिहास को दोबारा न दोहराया जाए। उस वक्त तत्कालीन पाक सेना प्रमुख जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने तख्ता पलट कर नवाज़ शरीफ को हटाकर पाकिस्तान की सत्ता हथिया ली थी।
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Source : News Nation Bureau