कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र (UN) में मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने संसद में सरकार की पीठ थपथपाई. उन्होंने पाकिस्तानी संसद (नेशनल एसेंबली) के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कश्मीर राग अलापा. उन्होंने कहा, पाकिस्तान सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के फैसले का विरोध किया. कश्मीर मुद्दे को पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जोरशोर से उठाया है. इस दौरान उन्हें विपक्षी पार्टियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
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पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टियां पीएमएल-एन और पीपीपी ने नेशनल एसेंबली के संयुक्त सत्र में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को घेरने की तैयारी कर ली है. बुधवार को पीएमएल-एन और पीपीपी के नेताओं ने कहा कि पकिस्तान के चुनाव आयोग के दो सदस्यों की असंवैधानिक तरीके से नियुक्त के खिलाफ नेशनल एसेंबली के संयुक्त सत्र के दौरान विरोध किया जाएगा.
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साथ ही गिरफ्तार किए गए सांसदों को पेश नहीं किए जाने का भी मुद्दा उठाया जाएगा. पीपीपी के नेता सईद नवीद कमर ने कहा कि नेशनल एसेंबली के संयुक्त सत्र का शांतिपूर्ण चलाना बड़ा मुश्किल है. पाकिस्तान अखबार डॉन ने पीएमएल-एन की इन्फॉर्मेशन सेक्रेटरी मरियम औरंगजेब के हवाले से बताया, पाकिस्तान की सत्तारूढ़ सरकार ने चुनाव आयोग के सदस्यों की गैर कानूनी तरीके से नियुक्त करके विवाद को आमंत्रित किया है.