पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने की संख्या बढ़कर 134 हो गई है. देश के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एनडीएमए ने अपनी वेबसाइट पर 15 जून से 29 अगस्त तक के आंकड़ों को साझा करते हुए शनिवार को कहा कि प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान का काम जारी है.
एनडीएमए ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां 48 लोग मारे गए हैं और 42 अन्य घायल हुए हैं. इस बीच, सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रांत की राजधानी कराची में अकेले 80 लोगों की मौत हो चुकी है और 47 जख्मी हैं. उन्होंने कहा कि अगस्त के दौरान कराची में 604 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो कई सालों के रिकॉर्ड पर भारी पड़ रही है.
यहां मूसलाधार बारिश ने बलूचिस्तान प्रांत की भी स्थिति काफी भयानक है, जहां बारिश के बाद बाढ़ के चलते घरों के बह जाने से कई बेघर हो चुके हैं. एनडीएमए ने प्रभावित क्षेत्रों में टेंट, खाने-पीने की चीजें, कंबल, मच्छरदानी जैसे कई चीजें लोगों को उपलब्ध कराया है. प्राधिकरण ने कहा कि रविवार को भी देश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश होने की संभावना है.
Source : IANS/News Nation Bureau