पाकिस्तान अपने देश में स्थित आतंकी संगठनों को पर कार्रवाई करने में हमेशा कतराता रहता है. एक बार फिर उसने भारत और दुनिया के अन्य देशों को आतंक पर कार्रवाई के नाम पर धोखा दिया है. मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिद सईद के जमात-उद-दावा (जेयूडी) और खैराती इकाई फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) पर प्रतिबंध नहीं लगाया है. पाकिस्तान ने दोनों संगठनों को 'अंडर वॉच' कैटगरी में रखा है जबकि 21 फरवरी को उसने घोषणा की थी कि इन संगठनों पर दोबारा प्रतिबंध लगा दिया है.
पाकिस्तान सरकार के राष्ट्रीय आतंक विरोध प्राधिकरण (NCTA) की अपडेटेड वेबसाइट के अनुसार, जमात-उद-दावा और खैराती इकाई फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन जैसे संगठनों निगरानी की सूची में रखा गया है.
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के खिलाफ पाकिस्तान ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
गौरतलब है कि हाफिज सईद ने अपने संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इन संगठनों को शुरू किया था.
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मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में सईद के इन संगठनों पर बैन लगाने का फैसला लिया गया था. लेकिन पाकिस्तान का आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में एक और झूठ दुनिया के सामने आ गया है.
दोनों संगठनों पर पिछले साल फरवरी में भी रोक लगाया गया था, लेकिन रोक की अवधि खत्म हो गई थी. अब पाकिस्तान सरकार ने इसे निगरानी के तहत रखा है.
Source : News Nation Bureau