पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक सिख डॉक्टर की सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि डॉ.फाग चंद सिंह वेंटिलेटर पर थे और खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर स्थित एक निजी अस्पताल में पिछले चार दिनों से उनका इलाज चल रहा था. अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया. उन्होंने बताया कि डॉ.सिंह ने खैबर चिकित्सा महाविद्यालय ने 1980 में एमएमबीएस की डिग्री हासिल की थी और उन्हें पूर्व राष्ट्रपति जिया उल हक ने स्वयं स्वर्ण पदक से सम्मानित किया था.
डॉ.सिंह ने अपने करियर की शुरुआत खैबर पख्तूनख्वा के नौशेरा जिला अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के तौर पर शुरू की और इसी जिले में तीन दशक तक रहे. वह उप चिकित्सा अधीक्षक पद से चार साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे. डॉ.सिंह अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध थे और गरीब मरीजों का मुफ्त में इलाज करते थे. परिवार में उनकी पत्नी दो बेटे- डॉ.गुरमीत कुमार और डॉ.जैतन कुमार- और बेटी स्वीटी है. नौशेरा जिला के उपायुक्त शाहिद अली खान ने बताया कि सिंह के बेटे जैतन कुमार जिला कोरोना कार्रवाई दल के प्रमुख हैं. सिख अल्पसंख्यक समुदाय के नेता सुरेश कुमार और अशोक कुमार ने डॉ.सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और समाज के लिए की गई उनकी सेवा को याद किया.
लाहौर में ही लगभग 7 लाख कोरोना वायरस के मामले
पाकिस्तान में कोरोना के संक्रमण से जुड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक पाकिस्तान के लाहौर में कोरोना के कुल केस 6 लाख 70 हजार आठ सौ हैं. ये खुलासा स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा से हुए है जिसे पंजाब के सीएम उसमान एके बुजदार को भेजा गया है. इस जानकारी को एक पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्वीट किया है. इस खबर में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि इन लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं आपको बता दें कि ये और भी खतरनाक बात है ये कोरोना के मामले बढ़ाने के मुख्य श्रोत हैं.
पाक सरकार नहीं दे रही सही आंकड़े
पाकिस्तान सरकार कोरोना वायरस संक्रमण के इन मामलों को लेकर सही आंकड़ा नहीं कर रही है. क्योंकि अभी तक तो यही दर्शाया जा रहा है कि पाकिस्तान में कोरोना के कुल मामले 73862 हैं, जिसमें 26,083 लोग इससे ठीक हो चुके हैं और 1565 लोगों की मौत हुई है. अगर स्वास्थ्य मंत्रालय के इस डाटा पर गौर करें तो पाकिस्तान में कोरोना के मामले बहुत तेजी से फैल सकते हैं और हालात बिगड़ सकते हैं. ऐसे में पाक सरकार को भी सही आंकड़े पेश करने चाहिए.
Source : News Nation Bureau