संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद को लेकर फजीहत झेलने के बाद पाकिस्तान अब अपने घर में ही घिरता नजर आ रहा है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी ने देश की खुफिया एजेंसी पर आतंकियों को 'पनाह' देने का आरोप लगाते हुए इस्लामाबाद हाई कोर्ट में अपील दायर कर जांच की मांग की है।
आईबी के असिस्टेंट सब इंसपेक्टर मलिक मुख्तार अहमद शाहजाद ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर संदिग्ध आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक शाहजाद ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर कर इस मामले की जांच आईएसआई से कराए जाने की मांग की है। हाई कोर्ट ने इस मामले को जस्टिस आमर फारुक को भेज दिया है। इस्लामाबाद हाई कोर्ट में इस तरह का एक और मामला पहले से ही लंबित है।
अपनी याचिका में शाहजाद ने दावा किया है कि उन्होंने कई आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की सिफारिश की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
याचिका में कहा गया है, 'खुफिया सबूतों को मुहैया कराए जाने के बाद भी आईबी ने आतंकी समूहों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।' हालांकि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों पर आतंकी समूहों को संरक्षण देने का आरोप लगा है।
क्षेत्रीय से लेकर वैश्विक मंच पर पाकिस्तान आतंकियों को संरक्षण दिए जाने को लेकर घिरता रहा है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महाधिवेशन में भारत ने आतंक के मामले में पाकिस्तान की कोशिशों को दुनिया के सामने रखा था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के 'राज्य प्रायोजित आतंकवाद' के आरोपों को सीधे-सीधे खारिज करते हुए उसे ही कटघरे में खड़ा कर दिया था।
उन्होंने कहा, 'भारत ने आजादी के बाद एम्स, आईआईटी और आईआईएम बनाए। लेकिन पाकिस्तान ने IIT के मुकाबले LeT (लश्कर-ए-तैय्यबा), IIM के मुकाबले JeM (जैश-ए-मोहम्मद) और AIIMS के मुकाबले HM (हिजबुल मुजाहिद्दीन) बनाए। पाकिस्तान दहशतगर्दों का मुल्क बन कर रह गया।'
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याचिका में कहा गया है कि इस मामले को आईबी के महानिदेशक के सामने भी रखा गया लेकिन उन्होंने भी इसे नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा कि आईबी के कुछ अधिकारियों ने इजराइल की यात्रा की और उनका अफगान खुफिया एजेंसियों के साथ सीधा संबंध है।
याचिका में आईपी के ज्वाइंट डायरेक्टर (पंजाब) के बेटे पर आतंकी समूहों के साथ लेन-देन का आरोप है।
याचिका में कई आईबी अधिकारियों का नाम भी लिया गया है, जो कथित तौर पर कई विदेश खुफिया एजेंसियों के लिए काम करते हैं। इसमें महानिदेशक, निदेशक और उप-निदेशक स्तर के अधिकारी शामिल है।
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HIGHLIGHTS
- संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद को लेकर फजीहत झेलने के बाद पाकिस्तान अब अपने घर में ही घिरता नजर आ रहा है
- पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी ने देश की खुफिया एजेंसी पर आतंकियों को 'पनाह' देने का आरोप वगाया है
Source : News Nation Bureau