पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के उप उच्चायुक्त को समन किया और नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की ओर से कथित तौर पर बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघनों की निंदा की. विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एवं महानिदेशक (दक्षिण एशिया और दक्षेस) मोहम्मद फैसल ने गौरव अहलूवालिया को समन किया तथा 22 जुलाई और 23 जुलाई को नियंत्रण रेखा पर भारतीय बलों की ओर से बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघनों की निंदा की.
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बयान में कहा गया है कि नियंत्रण रेखा पर बागसर सेक्टर में 22 जुलाई को गोलीबारी में 12 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी तथा एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया था. इसमें कहा गया कि 23 जुलाई को हॉटस्प्रिंग, जांदरोट और बंचिरियन सेक्टरों में एक महिला की मौत हो गई जबकि चार नागरिक घायल हो गए थे. फैसल ने कहा कि नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर भारतीय सेना लगातार भारी हथियारों के साथ आबादी वाले इलाकों में नागरिकों को निशाना बना रही है.
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बयान में आरोप लगाया गया है, भारत द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ना साल 2017 से जारी है जब भारतीय बलों ने 1970 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया. उन्होंने भारत से 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करने, इसकी और अन्य संघर्ष विराम घटनाओं की जांच करने, भारतीय बलों को संघर्ष विराम का सम्मान करने का निर्देश देने और नियंत्रण रेखा तथा कार्य सीमा पर शांति बनाए रखने का अनुरोध किया.