पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय बलों द्वारा कथित संघर्षविराम उल्लंघन को लेकर शनिवार को भारतीय उपउच्चायुक्त जेपी सिंह को तलब किया।
इस संघर्षविराम उल्लंघन में एक महिला की मौत की बात कही जा रही है।
विदेश कार्यालय में दक्षिण एशिया शाखा के अध्यक्ष मोहम्मद फैजल ने राजदूत को तलब किया और निकियाल क्षेत्र में भारतीय बलों द्वारा बगैर उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन पर कड़ा विरोध दर्ज कराया।
अधिकारी ने कहा, 'नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाना वास्तव में दुखद, मानव गरिमा, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवीय कानूनों के खिलाफ है।'
उन्होंने कहा, 'भारत द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है और यह रणनीतिक स्थिरता बिगाड़ सकता है।'
आधिकारिक बयान में कहा गया है, 'महानिदेशक ने भारतीय पक्ष से 2003 के संघर्षविराम समझौते का सम्मान करने और संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं की जांच करने का आग्रह किया।'
भारतीय राजनयिक को यह भी बताया गया कि नई दिल्ली को संयुक्त राष्ट्र सैन्य प्रेक्षक समूह को भारत और पाकिस्तान में आने की मंजूरी देनी चाहिए और जम्मू-कश्मीर के जनमत संग्रह में अपनी भूमिका निभाने देनी चाहिए।
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Source : IANS