पाकिस्तान के क्वेटा शहर में हुए आतंकी हमले में अफगानिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। पाकिस्तान अर्ध सैनिक बल के मेजर जनरल शेर अफगान ने बताया कि हमले में लश्कर-ए -जंगवी और अल-अलमी के हाथ हो सकते हैं। दोनों संगठन एल-कायदा से जुड़े हैं।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त के क्वेटा शहर में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर हुए आतंकी हमले में 60 कैडेटों के मारे जाने की खबर है। जबकि सौ से अधिक लोग घायल हैं। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार 3 आतंकी भी मारे गए हैं। हमले के वक्त कैंपस में करीब 700 कैडेट मौजूद थे।
आतंकियों का संबंध लश्कर-ए-जंगवी से बताया जा रहा है। बलूचिस्तान के गृहमंत्री सरफ़राज़ बुगटी ने संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि ' फ़िलहाल 20 से ज़्यादा जवानों की मौत की पुष्टि की है। इस हमले में क़रीब 106 जवान घायल हुए हैं। आतंकवादी आत्मघाती हमलावर थे जिनमें से दो ने ख़ुद को उड़ा लिया जबकि एक को गोली मार दी गई।'
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हमलावरों पर जवाबी कारवाई करते हुए चार घंटे तक ऑपरेशन चला जिसमें पुलिस, फ्रंटियर कॉर्प्स और आतंकवाद विरोधी दस्ते के अधिकारी शामिल हुए।
बलूचिस्तान के पुलिस प्रमुख अहसान महबूब ने कहा हे कि 'चार बंदूकधारियों ने पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर हमला बोल दिया। उन्होंने ट्रेनिंग सेंटर के हॉस्टल में घुसने की कोशिश की और जब गार्डों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो गोलीबारी शुरू हो गई।
इससे पहले भी मंगलवार को भी क्वेटा के दक्षिण में सूरब में बंदूकधारियों ने दो कस्टम अधिकारियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
Source : Neews State bureau