Pakistan terrorists : पाकिस्तान और पाकिस्तानी अधिकृत कश्मीर में आतंक की फैक्ट्री चला रहे आतंकी संगठनों के कमांडरों को अब अपनी मौत का डर सता रहा है. ये डर एक के बाद एक पाकिस्तान में 4 बड़े आतंकियों की हत्या के बाद सामने आया है. इसके बाद हिजबुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाउद्दीन की अध्यक्षता में आतंकी संगठनों के आकाओं ने रावलपिंडी और मुजफराबाद में दो अलग-अलग बैठकें की हैं, जिसमें आतंकी संगठनों के कमांडरों को किस तरह से बचाया जाए उसको लेकर रणनीति तैयार की गई है. (Pakistan terrorists)
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान के खिलाफ लड़ रहे कुछ आतंकी संगठन लगातार वहां अलग-अलग वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. हाल ही में रावलपिंडी शहर में हिजबुल के कमांडर बशीर अहमद उर्फ इम्तियाज आलम की हत्या हुई. मूलतः कश्मीर के कुपवाड़ा का रहने वाला बशीर पिछले दो दशक से पाक में छिपा था और कुपवाड़ा से होने वाली आतंकी घुसपैठ का जिम्मा संभाला था. इसके साथ आतंकी सैयद खालिद राजा, सैयद नूर शालोबार ,एजाज अहमद नाम के आतंकियों की हत्या भी पाकिस्तान में की गई. इसके बाद आतंकी कमांडरों को अपनी हत्या का डर सताने लगा और उन्होंने आनन-फानन में अपनी सुरक्षा को लेकर दो बैठकें कर डाली हैं. (Pakistan terrorists)
यह भी पढ़ें : Rahul Gandhi PC: राहुल गांधी बोले- मुझे सदन में अपनी बात रखने का हक है, उम्मीद है कल...
आतंकी संगठनों ने बैठकों में लिए कई फैसले (Pakistan terrorists)
- कमांडरों की हत्या करने वाले लोगों की पहचान करने का फैसला लिया गया है, जिसके लिए इनाम भी रखा गया.
- आतंकी कमांडरों ने माना कि आईएसआई उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. ऐसे में उनकी पूरी सुरक्षा का जिम्मा उनके कैडर को ही संभालना पड़ेगा.
- आतंकी कमांडरों की सुरक्षा के लिए कैडर का विशेष दस्ता तैयार किया जाएगा, जिसे पाकिस्तानी सेना की मदद से ट्रेनिंग दी जाएगी और पाकिस्तानी सेना से इस दस्ते को अत्याधुनिक हथियार देने के लिए भी दबाव बनाया जाएगा.
- तीन नए आतंकी कैंप तैयार करने का भी फैसला लिया गया है.