जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से लाचार पाकिस्तान अब शिमला समझौते की वैधता परखने की बात कह रहा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी का कहना है कि उनका देश शिमला समझौते की क़ानूनी वैधता को परखेगा. शिमला समझौता भारत और पाकिस्तान के बीच 1972 में हुआ था. तब इंदिरा गांधी भारत की पीएम और जुल्फ़िक़ार अली भुट्टो पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे.
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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, क़ुरैशी ने कहा कि भारत के साथ दोतरफ़ा समझौतों की समीक्षा की जाएगी. प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की बनाई विशेष कमेटी शिमला समझौते की समीक्षा करेगी. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पाकिस्तान किन समझौतों की समीक्षा करेगा.
गौरतलब है कि भारत ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को ख़त्म कर दिया है. पाकिस्तान ने इसके विरोध में भारत के साथ राजनयिक संबधों को कमतर बनाने और व्यापारिक गतिविधियों पर रोक लगाने समेत गई फ़ैसले किए हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस को भी निलंबित कर दिया गया है.
पाकिस्तान में क्यों गूंज रहा है 'मोदी से तू डरता है, मरियम से क्यूं लड़ता है'
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बीच पाकिस्तान सरकार ने नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज को गिरफ्तार कर लिया था. अब वहां नारा गूंज रहा है- "मोदी से तू डरता है और मरियम से क्यूं लड़ता है." इसे लेकर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अपने ही देश में बुरी तरह घिर गए हैं. पाकिस्तान मीडिया में चर्चा है कि इमरान खान की सरकार ने जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की ओर से पाकिस्तानी अवाम का ध्यान हटाने के लिए मरियम नवाज की गिरफ्तारी कराई.
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पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज को पाकिस्तान सरकार की एजेंसी ने 8 जुलाई को मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में गिरफ्तार कर लिया है. मरयम को कोट लखपत जेल से उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह इसी जेल में बंद पिता नवाज शरीफ से मुलाकात कर लौट रही थीं. गिरफ्तारी के बाद मरियम को लाहौर स्थित एनएबी मुख्यालय ले जाया गया था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो