कंगाल पाकिस्तान (Kangaal Pakistan) के पूर्व राष्ट्रपति रिटायर्ड जनरल परवेज मुशर्रफ के ताजा बयान से राजनीतिक उथलपुथल मचने की आशंका है. दरअसल, मुशर्रफ ने कहा है कि कश्मीर में भारतीय सेना से लड़ने के लिए पाकिस्तान में कश्मीरियों को प्रशिक्षित किया जाता था. इसके अलावा कश्मीरियों को 'हीरो' कहकर पुकारा जाता था. मुशर्रफ का बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने के लिए करतारपुर गलियारे का उद्घाटन किया जा चुका है.
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करतारपुर गलियारे का उद्घाटन होने से दोनों देशों में आपसी सौहार्द और संबंधों में सुधार की संभावना जताई जा रही है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ नवंबर को करतारपुर गलियारे का भव्य उद्घाटन किया था.
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आतंकियों के हीरो थे ओसामा बिन लादेन और जलालुद्दीन हक्कानी
मुशर्रफ का कहना है कि ओसामा बिन लादेन और जलालुद्दीन हक्कानी जैसे आतंकवादी आतंकियों के पाकिस्तानी हीरो होते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुशर्रफ का कहना है कि 1979 से बहुत सारी बातें बदलती रही हैं. सोवियत संघ को निकालने के लिए पाकिस्तान के हित में धार्मिक आतंकवाद को बढ़ावा दिया. पाकिस्तान के राजनेता फरहतुल्लाह बाबर ने ट्विटर पर परवेज मुशर्रफ के इंटरव्यू का एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में मुशर्रफ कह रहे हैं कि पूरी दुनिया से मुजाहिद्दीन लेकर आए और तालिबान को भी प्रशिक्षित किया.
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मुशर्रफ के मुताबिक जलालुद्दीन हक्कानी 80 के दशक का हीरो है. इसके अलावा ओसामा बिन लादेन भी हमारा हीरो है. मुशर्रफ का कहना है कि 90 के दशक में कश्मीर को लेकर हाफिज सईद के नेतृत्व में स्वतंत्रता संघर्ष शुरू हुआ है. 1999 में भारतीय सेना ने कश्मीरियों को काफी परेशान किया और उन्हें मारा. इसी वजह से वे पाकिस्तान भागकर आ गए. मुशर्रफ ने कहा कि कश्मीर से भागकर आए लोगों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई और पाकिस्तान ने उनका पूरा समर्थन किया.