पाकिस्तान अपने ही कर्मों से दुनिया के सामने बेनकाब हो रहा है. करतारपुर साहिब दर्शन करने जाने वाले सिख श्रद्धालुओं पर उसने 20 डॉलर का सेवा शुल्क 'लाद' दिया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ मोहम्मद फैजल ने इस बात की जानकारी दी. गौरतलब है कि भारत के साथ करतारपुर कॉरिडोर पर उपजे गतिरोध में एक बड़ा मसला 'प्रवेश शुल्क' को लेकर भी था. भारत इसके विरोध में था, जबकि पाकिस्तान इसी पर अड़ा था. ऐसे में पाकिस्तान ने अब घुमा कर कान पकड़ने वाले अंदाज में प्रवेश शुल्क के बजाय सर्विस टैक्स के नाम पर सिख श्रद्धालुओं पर गाज गिराई है.
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सामने आई असली फितरत
पाकिस्तान के इस हालिया कदम से समझा जा सकता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की क्या स्थिति है. मानवाधिकार के हनन समेत उनके धर्म और विश्वास पर किस तरह से चोट की जाती है. भारत सरकार लगातार पाकिस्तान पर दबाव बनाए थी कि करतारपुर साहिब की ऐतिहासिकता और सिख धर्म की भावनाओं को समझते हुए आने वाले श्रद्धालुओं पर किसी किस्म का कोई कर नहीं थोपा जाए. हालांकि पाकिस्तान अपनी आदत से बाज नहीं आया और उसने सर्विस टैक्स थोप दिया.
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नवंबर में मनाया जाएगा गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व
गौरतलब है कि इस साल नवंबर में गुरु नानक देव जी का 550 प्रकाश पर्व मनाया जाना है. भारत और पाकिस्तान दोनों ने प्रकाश पर्व से जुड़े आयोजनों के शुरू होने से पहले ही करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोल देने पर पूर्व में सहमति व्यक्त की थी. इसी को लेकर दोनों देशों के बीच तकनीकी स्तर से लेकर कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन पाकिस्तान कुछ मसलों पर अड़ियल रवैया ही अख्तियार किए हुए है.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान ने करतारपुर आने वाले सिख श्रद्धालुओं पर लगाया सर्विस टैक्स.
- इसके तहत करतारपुरसाहिब जाने वालों को देने होंगे लगभग 1,500 रुपए.
- भारत पहले भी प्रवेश शुल्क या ऐसे किसी भी शुल्क पर जता चुका है ऐतराज.