FATF की ग्रे लिस्ट में ही रहेगा पाकिस्तान, टेरर फंडिंग पर करे कार्रवाई

वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने अपनी तीसरी डिजिटल बैठक में यह फैसला किया.

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Ravindra Singh
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Imran Khan

इमरान खान( Photo Credit : फाइल)

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आतंकवाद को धन उपलब्ध होने पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखने का बुधवार को निर्णय लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एफएटीएफ के मुताबिक वह लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद को धन उपलब्ध होने पर अंकुश लगाने में विफल रहा है. वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने अपनी तीसरी डिजिटल बैठक में यह फैसला किया.

इस घटनाक्रम से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, एफएटीएफ ने अक्टूबर में होने वाली अगली बैठक तक पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखने का निर्णय लिया है. अधिकारी ने बताया कि एफएटीएफ को यह लगता है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को धन उपलब्ध होने पर अंकुश लगाने में विफल रहा, इसलिए यह फैसला लिया गया है.

पाकिस्तान के फाटा (फेडरली एडमिनिस्टर्ड ट्राइबल एरियाज) में वजीर-ए-आजम इमरान खान के लिए तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के रूप में एक और चुनौती खड़ी हो रही है. आईईडी विस्फोट और अन्य तरीकों से आतंक फैलाने वाला यह आतंकी संगठन इलाके की औरतों और बच्चों के लिए खासा दहशत भरा नाम है. इस आतंकी संगठन को 2014 में पाकिस्तान सरकार के ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब में खात्मे की बात कही गई थी. हालांकि हालिया घटनाओं में यह आतंकी संगठन फिर से सिर उठाता नजर आ रहा है.

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शरीय कानूनों के पालन पर जोर
इस बात की पुष्टि कुंवर खुलदुने शाहिद भी करते हैं. शाहिद ने फैसलाबाद, गुजरांवाला समेत अनेक बड़ी आबादी वाले शहरों से टीटीपी सदस्यों की गिरफ्तारी को आधार बनाते हुए इस खतरे के प्रति आगाह किया है. शाहिद के मुताबिक हाल के दिनों में टीटीपी ने न सिर्फ जनजातीय इलाकों में स्थित चेक पोस्टों पर आईईडी धमाके किए, बल्कि अगस्त के महीने में तो मिरानशाह के बाशिंदों को गीत-संगीत सुनने समेत अन्य बातों का नहीं मानने पर अंजाम भुगतने की गंभीर चेतावनी जारी की थी. टीटीपी की धमकी में साफ कहा गया था कि गीत-संगीत के अलावा महिलाओं को परिवार के किसी पुरुष सदस्य के बगैर घर से बाहर कदम रखने समेत बच्चों में पोलियो का टीका लगाने का भी विरोध करते हुए धमकी दी गई थी.

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पोलियो के टीकाकरण पर परिणाम भुगतने की चेतावनी
धमकी में कहा गया था, 'इसके पहले भी तालिबान की चेतावनियों को अनसुना कर दिया गया, लेकिन इस बार उन सभी को सबक सिखाया जाएगा जो तालिबान के फरमान को नहीं मानेगा या उसका विरोध करेगा.' इस फरमान के तहत घर के भीतर या बाहर डीजे को प्रतिबंधित कर दिया गया और इसकी अवहेलना करने वालों को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी. टीटीपी आतंकी संगठन ने इसके साथ ही बच्चों को पोलिया ड्रॉप पिलाने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी चेतावनी दी थी. पाकिस्तान के लिए स्वास्थ्य के मोर्चे पर यह एक और बुरी खबर थी, क्योंकि पाकिस्तान में तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद पोलियो के तमाम मामले फिर से सामने आए थे.

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