अपदस्थ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज और सेवानिवृत्त कैप्टन मुहम्मद सफदर पर भ्रष्टाचार के एक मामले में पाकिस्तान की एक अदालत ने गुरुवार को आरोप तय कर दिए।
शरीफ परिवार के खिलाफ लंदन स्थित उनकी एवेनफील्ड संपत्ति, अजीजिया स्टील मिल्स और साथ ही साथ 16 अन्य विदेशी कंपनियों से संबंधित चार मामलों में आरोप लगाए गए हैं।
विदेश में संदिग्ध कंपनियों के नाम पर संपत्ति बनाने से संबंधित पनामा पेपर मामले के सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश की रोशनी में इनके खिलाफ राष्ट्रीय जवाबदेही अदालत ने आरोप तय किए हैं।
अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री, उनकी बेटी और दामाद की कार्यवाही स्थगित करने और उन पर चल रहे मामले में अभियोग तय करने पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज करने के बाद गुरुवार को यह कदम उठाया।
एनएबी कोर्ट में सुनवाई के दौरान मरियम और उनके पति मुहम्मद सफदर कोर्ट में मौजूद थे। वहीं नवाज शरीफ बीमार बीवी की इलाज के लिए ब्रिटेन में होने के कारण कोर्ट में पेश नहीं हो सके।
शरीफ, उनकी बेटी और दामाद मुहम्मद सफदर ने खुद को आरोप मुक्त करने की याचिका कोर्ट में दाखिल की थी। जिसे कोर्ट ने नामंजूर कर दिया।
आपको बता दें कि सु्प्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने 28 जुलाई को एनएबी को नवाज शरीफ और उनके बच्चों के खिलाफ छह सप्ताह के भीतर जवाबदेही अदालत में मामला दाखिल करने का आदेश दिया था और ट्रायल कोर्ट को मामले पर छह महीने के भीतर फैसला लेने का निर्देश दिया था।
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इस मामले में मरीयम उनके पति कैप्टन मुहम्मद सफदर (सेवानिवृत्त) को जमानत मिल चुकी है।
पिछले दिनों मरियम ने कहा था कि कि संयुक्त जांच टीम द्वारा उनके पारिवारिक व्यवसाय के संबंध में जो सवाल उठाए गए हैं, वे हमेशा सवाल ही बने रहेंगे 'क्योंकि ये झूठे आरोप हैं, जिनका कोई जवाब नहीं है।'
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 जुलाई को पनामा पेपर मामले में शरीफ को अयोग्य घोषित कर पद से हटा दिया था।
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Source : News Nation Bureau