पाकिस्तान सरकार पिछले पांच दिन से जारी प्रदर्शनों को खत्म कराने के लिये तेजतर्रार मौलवी तथा राजनीतिक नेता मौलाना फजलुर्रहमान के पास पहुंची है. मौलाना प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाने की पूरजोर कोशिश में जुटे हैं. दक्षिणपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फज्ल (जेयूआई-एफ) के नेता फजलुर्रहमान इस्लामाबाद में चल रहे ‘आजादी मार्च’ नामक इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं. वह इमरान खान पर 2018 के चुनाव में "धांधली" का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) समेत विपक्षी दलों ने भी इस सरकार विरोधी प्रदर्शन को समर्थन दिया है. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार सरकार के वार्ताकारों की दो अलग-अलग टीमें सोमवार को इस्लामाबाद में जेयूआई-एफ के पास पहुंची.
खबर के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी शुजात हुसैन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार रात फजलुर्रहमान से मुलाकात की. इससे कुछ ही घंटे पहले रक्षा मंत्री परवेज खत्ताक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जेयूआई-एफ नेता अकरम खान दुर्रानी के नेतृत्व वाली रहबर समिति के साथ मुलाकात कर उनकी मांगों पर चर्चा की. खबर में कहा गया है कि हालांकि दोनों पक्षों में से किसी ने भी बातचीत सार्थक रहने के संकेत नहीं दिये. खत्ताक और रहबर समिति मंगलवार दोपहर को वार्ता फिर से शुरू करेंगे.
Source : भाषा